अम्बाला शहर, 10 मई (हप्र)
आज पहले महामारी अलर्ट सुरक्षित हरियाणा के नाम पर लगाए गए लॉकडाउन का आम लोगों पर कोई असर होता नजर नहीं आया। बीती रात सरकार ने इसे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया था। महामारी अलर्ट के पहले दिन ही पिछले लॉकडाउन की तरह दुकानदार नियमों की उल्लंघन करते हुए नजर आये। बाजारों में आवागमन आसानी से हो रहा है। फल और सब्जी की रेहडिय़ां यहां-वहां खड़ी देखी जा सकती हैं।
इस व्यवस्था से वे लोग स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं जिनको वास्तव में महामारी का डर भी है और वे नियमों की पालना भी कर रहे हैं। कुछ दुकानदार अपनी बारी नहीं होने के बावजूद अपनी दुकानें खाेले रहे और ऐसा ऐन प्रशासन और पुलिस की नाक के नीचे हुआ। मानव चौक सहित कई क्षेत्र इसके चश्मदीद गवाह बने हुए हैं। कुछ दुकानदार लॉकडाउन नियमों का विरोध करते हुए नजर आये, ऐसे दुकानदारों का कहना है कि या तो सभी दुकानों को लेफ्ट राइट के हिसाब से एक-एक दिन खुलने की परमिशन मिलनी चाहिए या फिर सभी दुकानों को बंद करवा कर सख्ती से लॉकडाउन लगाना चाहिए। दरअसल हरियाणा सरकार ने अगले 7 दिनों के लिए सुरक्षित हरियाणा के नाम से पाबंदिया लगाने का फैसला किया है । पहला लॉकडाउन हरियाणा में प्रशासन के ढीले रवैये के चलते बेअसर नजर आया था जिसके चलते कुछ आम जनता व दुकानदारों ने लॉकडाउन का विरोध किया था। आज दूसरे लॉकडाउन का भी कुछ ज्यादा असर नहीं देखने को मिला। सरकार के द्वारा दिए गए निर्देशों को धता बताते हुए उन वस्तुओं की दुकानें भी खुली हैं जिनको अनुमति नहीं है। वहीं कुछ दुकानदार आधा शटर खोलकर सामान बेचते रहे हैं। जनता की भारी भीड़ बाहर घूमती रही। ऐसे में लॉकडाउन बढ़ाने का कोई लाभ नजर नहीं आ रहा। अम्बाला में लॉकडाउन के के बावजूद कोरोना के मरीजों और होने वाली मौतों में कमी नहीं आई जिसका कारण प्रशासन और सरकार की ढिलाई ही रही। मात्र कुछ श्रेणियों को छोड़कर लगभग सभी प्रकार की दुकानें आम खोली जा रही हैं जिससे उनको अपने साथ ज्यादती होती नतर आ रही है। जिला प्रशासन ने पिछले लॉकडाउन में लेफ्ट राइट के हिसाब से दुकानें खोलने का आदेश जारी किए थे लेकिन उसका कोई असर नहीं हो पाया। नियमों का पालन करने के आदि अनेक नागरिकों ने कहा कि या तो सरकार लाकडाउन को सख्ती से लागू करे अथवा फिर लेफ्ट राइट के नियम पर सभी को दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान करे। केवल कुछ लोगों की रोटी रोजी बंद करवाना उचित नहीं है। ऐसे ढीले लॉकडाउन से बीमारी को रोकने में कुछ भी मदद नहीं मिलने वाली। सिटी थाना प्रभारी रामकुमार की माने तो पुलिस नियमों की उल्लंघना करने वाले लोगों पर मामले भी दर्ज कर रही है और मास्क आदि नहीं पहनने वालों के चालान भी काट रही है।