अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार के खिलाफ की जोरदार नारेबाजी
तहसील कार्यालय में कोर्ट की कार्रवाई के समुचित रूप से नहीं चलने सहित अनेक प्रकार के आरोप लगाते हुए अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार पर कार्यालय में सम्मान नहीं देने, कार्यालय में कुर्सियों की व्यवस्था नहीं होने आदि के आरोप भी लगाए। बाद में बार एसोसिएशन इन्द्री की बैठक में आगामी रणनीति बनाने और अमल में लाने के लिए 11 सदस्यीय कमेटी का गठन किया। बैठक में 6 नवंबर से काम रोको हड़ताल शुरू करने, अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त करनाल को ज्ञापन सौंपने का भी निर्णय किया गया।
बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह कलसौरा व पूर्व सचिव राजेश कांबोज ने आरोप लगाया कि इन्द्री की तहसील में गत चार साल से कोर्ट की कार्रवाई ठीक ढंग से नहीं चल रही है। पुराने केसों की सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं नए केसों को भी नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब अधिवक्ता नायब तहसीलदार के पास जाते हैं तो उनके साथ उपयुक्त व्यवहार नहीं होता है। नायब तहसीलदार के कार्यालय का दरवाजा बंद रहता है। अंदर आम जन या किसी के बैठने के लिए कुर्सियों तक की व्यवस्था नहीं की गई है। अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार पर राजनीतिक संरक्षण होने के भी आरोप लगाए और कार्यालय के बाहर जोरदार नारेबाजी की। बाद में अधिवक्ताओं ने कार्यालय में जाकर अधिकारी से सवाल किए और अंदर भी नारेबाजी की।
इन्द्री बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रणबीर सिंह ढांडा ने बताया कि नायब तहसीलदार द्वारा अधिवक्ताओं के साथ कथित दुव्र्यवहार को लेकर बार एसोसिएशन की बैठक में समस्या पर विभिन्न पहलुओं से चर्चा की गई। अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि छह नवंबर से तहसीलदार कोर्ट व एसडीएम कोर्ट में सभी अधिवक्ता हड़ताल करते हुए काम रोक देंगे। तहसील कार्यालय के द्वार पर अधिवक्ताओं द्वारा शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा। एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त करनाल को ज्ञापन सौंपेगा।
क्या कहते हैं नायब तहसीलदार
नायब तहसीलदार गौरव शर्मा का कहना है कि तहसील के सारे कार्य सुचारु रूप से चल रहे हैं। आज ही रीडर के ऑर्डर हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे मिलकर काम करने में यकीन रखते हैं। कार्यालय में अधिवक्ताओं को सम्मान नहीं मिलने के सवाल पर कहा कि कार्यालय में सभी को सम्मान दिया जाता है।
क्या कहते हैं एसडीएम
एसडीएम अशोक कुमार मुंजाल का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है। 5 नवंबर को छुट्टी है और 6 नवंबर को दोनों पक्षों को बुलाया जाएगा। दोनों पक्षों को समझा कर मामले का हल करवा दिया जाएगा।
