जांच कमेटी की रिपोर्ट ने अधिकारियों के निलंबन व दोनों टेंडरों को ठहराया गलत
शाहाबाद मारकंडा, 15 मई (निस)
2024 में शुगर मिल में रिपेयर एंड मेंटेनेंस के टेंडरों में अनियमताएं पाए जाने पर शुगर मिल के डिप्टी चीफ केमिस्ट विनीत कुमार को निलंबित कर दिया गया था और डिप्टी चीफ इंजीनियर मनीष कुमार को डेप्यूटेशन पर जींद भेजा गया था। पत्रकारों से बातचीत में विनीत कुमार और मनीष कुमार ने बताया कि दोनों टेंडरों की टेक्रिकल बीड चेक करने पर सरकार द्वारा दिए टेंडर की शर्तें/मापदंडों पर इन्हें सही नहीं पाया और इनको रिजेक्ट कर दिया था। इन दोनों टेंडरों में काफी खामियां थी और मिल प्रशासन इसे जबरदस्ती पास करवाना चाहता था, लेकिन वह किसी दबाव में नहीं आए और इसका खामियाजा उन्हें निलंबन से भुगतना पड़ा।
उन्होंने बताया कि इनमें से एक ईटीपी का टेंडर जो उन्होंने निरस्त कर दिया था, जो एल-2 अर्थात दूसरे नंबर का बोलीदाता था जिसे मिल प्रशासन ने रिजेक्ट होने के बावजूद पहली बोलीदाता के रूप में कार्य करने का आदेश जारी किया था। उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री, मिल की चेयरमैन डीसी कुरुक्षेत्र, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा राज्य सतर्कता विभाग तथा हरियाणा राज्य सीआईडी विभाग को की थी, जिस पर संज्ञान लेते हुए मिल के चेयरमैन व डीसी कुरुक्षेत्र ने इसके लिए एडीसी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी का गठन किया गया था, जिसमें शिकायतकर्ता की शिकायतों को सही पाया गया और डिप्टी चीफ केमिस्ट के निलंबन को भी गलत ठहराया गया। संबंधित कर्मचारियों ने जांच के दौरान सभी तथ्यों को सामने रखा था। अब जो निर्णय आया है, उसका कर्मचारियों ने स्वागत किया है।