पानीपत, 7 जून (ट्रिन्यू)
राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा गठित मानीटरिंग कमेटी के चेयरमैन जस्टिस प्रीतमपाल ने आज यहां लघु सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक में प्रदूषण नियंत्रण एवं पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
जस्टिस प्रीतमपाल ने राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों के पालन के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विस्तृत कार्य योजना पर चर्चा की और इसमें आवश्यक सुधार करने के भी निर्देश दिए। उनके साथ तकनीकी विशेषज्ञ डॉ. बाबूराम भी मौजूद रहे।
इस दौरान बैठक में हरियाणा की पूर्व मुख्य सचिव एवं वर्तमान में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा गठित कमेटी की सदस्य श्रीमती उर्वशी गुलाटी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़ी।
जस्टिस प्रीतमपाल ने कहा कि सभी का दायित्व बनता है कि पर्यावरण के लिए हर आवश्यक कदम उठाएं। चाहे जल प्रदूषण की बात हो, वायु प्रदूषण या ध्वनि प्रदूषण की।
हर दिशा में कढ़ाई से हरित प्राधिकरण के निर्देशों का पालन करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल गुणवत्ता प्रबंधन की योजना बनाने को कहा। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में एसटीपी की व्यवस्थाओं के बारे में भी जाना और ट्रीटेड जल का उद्योगों में इस्तेमाल करवाना सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान अधिकारियों को अनधिकृत कालोनियों के कचरा निपटान की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
पोल्ट्री उद्योगों पर नजर रखने के निर्देश
जस्टिस प्रीतमपाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित पोल्ट्री के कारण भी प्रदूषण बहुत अधिक फैलता है। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री संचालक पोल्ट्री वेस्ट को खुले में फेंक देते हैं, जिससे आसपास का वातावरण काफी प्रदूषित होता है। उन्होंने कहा कि पोल्ट्री वेस्ट का वैज्ञानिक तरीके से निपटान हो, इस दिशा में कड़े कदम उठाए जाएं। बायोमेडिकल वेस्ट के निपटान के लिए व्यापक योजना बनाई जाये। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त वीना हुड्डा, सीईओ जिला परिषद विवेक चौधरी, एसडीएम वीरेन्द्र ढूल, सीटीएम राजेश सोनी, डीएसपी वीरेन्द्र सैनी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कमलजीत सिंह भी मौजूद रहे।