कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा सरकार पर कलेक्टर रेट की मार से जनता का पैसा गायब करके वसूली का आरोप लगाया है। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा ने जनता पर कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी कर 5,000 करोड़ का कमरतोड़ बोझ डाल दिया है। उन्होंने कहा कि जमीन, घर, फ्लैट महंगे कर दिए, महंगाई 7वें आसमान पर है, असल में भाजपा ही महंगाई है।
सुरजेवाला ने कहा कि जनता से बिना किसी संवाद या चर्चा तथा बगैर मापदंडों के 8 महीने में 2 बार प्रदेश में ‘कलेक्टर रेट’ में बेतहाशा वृद्धि सरकार की तानाशाही, आर्थिक कुप्रबंधन व निकम्मेपन का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने साल 2022 तक सभी को अपना ‘पक्का मकान’ देने का जुमला दिया था, लेकिन अब आम जनता पर ‘वसूली व लूट’ का बोझ डालकर मेहनत की कमाई से मकान बनाना भी दूभर किया जा रहा है। आम जनमानस का अपना मकान बनाने का सपना टूटता जा रहा है।
मकानों के रेट पहले ही इतने बढ़ चुके हैं कि मध्यम वर्ग, गरीब व नौकरीपेशा लोग अब हाउस लोन की बैंकों की ईएमआई भी नहीं भर पा रहे। कलेक्टर रेट बढ़ाकर अब उनके सपनों को चकनाचूर किया जा रहा है। क्या आम हरियाणवी पूरी उम्र केवल हाउस लोन की किश्त चुकाने के लिए ही कमाता है?
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी व भाजपा सरकार खजाना भरने के नाम पर कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी के माध्यम से आम जनता से 5,000 करोड़ कमाने की तैयारी कर रही है। एक तरफ तो, भाजपा सरकार ने 2025-26 के बजट में ‘स्टांप ड्यूटी व रजिस्ट्रेशन फीस’ से 16,555 करोड़ कमाने का लक्ष्य रखा है। (साल 2024-25 में यह मात्र 14,000 करोड़ था), वहीं अब एक्साइज माफिया से सरकारी गठजोड़ के चलते शराब ठेकों से होने वाली राजस्व हानि को भी पूरा करने के लिए आनन-फानन में कलेक्टर रेट बढ़ाकर स्टांप ड्यूटी से पैस कमाया जा रहा है। सुरजेवाला ने कहा कि यकायक कलेक्टर रेट बढ़ाने के पीछे सरकार और बिल्डर्स का गठजोड़ भी है, क्योंकि अधिकांश भाजपाई और उनके मित्र दीनदयाल आवास योजना के नाम पर डेवलपर तथा बिल्डर बने हैं।