अम्बाला शहर, 5 मई (हप्र)
विश्व हास्य दिवस के उपलक्ष्य में भारत विकास परिषद महर्षि दयानंद शाखा द्वारा रविवार को शहर के हर्बल पार्क में सुबह हास्य योग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। शाखा सचिव व हरियाणा से हास्य योग विशेषज्ञ राकेश मक्कड़ ने इस योग के लाभ, इसके ओरिजन व क्रियाओं के बारे में बताते हुए कई क्रियाएं करवाई। हर्बल पार्क हो-हो, हा-हा के ठहाकों से गूंज उठा।
मक्कड़ ने बताया कि हास्य योग की शुरुआत मुंबई के सुप्रसिद्ध हृदय चिकित्सक डॉ मदन कटारिया ने 1995 में की थी। इस पर शोध करते हुए दुनिया को इसके लाभ बताकर स्तब्ध कर दिया। वर्तमान में दुनिया के 120 देशों में हजारों क्लबों, कारपोरेट जगत, स्कूल, योग संस्थानों ने इसे अपनाते हुए अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है। मक्कड़ ने बताया कि हंसी चाहे असली हो या नकली दोनों ही सूरत में लाभ पहुंचाती है। आक्सीजन सबसे बड़ी हीलर है और हास्य योग हमारे शरीर और मस्तिष्क में आक्सीजन की मात्रा को पूरा करता है जिससे हम दिन भर तनाव रहित रहते हैं हैं। इससे शरीर में नई ऊर्जा का संचार होने लगता है। यही नहीं, इससे तनाव से हुए व होने वाली अनगिनत बीमारियों से हम निजात पा लेते हैं। उन्होंने नमस्ते लाफ्टर, लस्सी लाफ्टर, मोबाइल लाफ्टर, स्विंगिंग लाफ्टर के साथ ब्रिदिंग व्यायाम कराए। इसमें कुलवंत सिंह वालिया, अनुभव अग्रवाल, डॉ पंकज गर्ग, डॉ सुधीर मेहता, सुभाष जैन, मनोज गर्ग, विवेक गुप्ता, बीएस कंबोज, रजिंद्र अग्रवाल, संजय अग्रवाल, प्रेम सागर पंबू व पार्क में सैर करने आए सैलानी सम्मिलित हुए।