रेवाड़ी, 30 मई (हप्र)
पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठी गैंगरेप पीड़ित छात्रा की सोमवार को तबीयत बिगड़ गई। सूचना पाकर डाक्टरों की टीम मौके पर पहुंची और उसकी इलाज किया। उसका कहना है कि उसे आरोपियों की ओर से लगातार धमकियां मिल रही है। इसलिए उसे आर्म्स लाइसेंस दिया जाए। गौर हो कि सितंबर 2018 में गांव की छात्रा के साथ गांव के ही तीन युवकों ने गैंगरेप किया था। अदालत ने तीन दोषियों को सजा सुनाई थी, जबकि पांच आरोपियों को बरी कर दिया था। पीड़ित छात्रा का आरोप है कि मामला अदालत में होने के बावजूद उसे व उसके परिजनों को आरोपी पक्ष की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं। उसने प्रशासन से सुरक्षा हेतु आम्र्स लाइसेंस की मांग की थी। इसके लिए उसने सभी औपचारिकताओं को पूरा भी कर दिया था, लेकिन उसे लाइसेंस नहीं दिया गया है। वह लाइसेंस के लिए कार्यालय के लगातार चक्कर काट रही है। मजबूरी में उसे धरना देना पड़ रहा है। धरने को 10 दिन हो गए हैं। भीषण गर्मी के बीच सोमवार को उसकी तबियत बिगड़ गई।