रोहतक, 25 जून (निस)
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शनिवार को कहा कि सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना का कांग्रेस विरोध जारी रखेगी और 27 जून को गांधीवादी तरीके से देशभर में योजना के खिलाफ धरने-प्रदर्शन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के जरिए केंद्र सरकार देश की सुरक्षा, सेना और युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। हुड्डा ने बताया कि रोहतक में दिए जाने वाले धरने में वे स्वयं शामिल होंगे, वहीं प्रदेश अध्यक्ष उदयभान करनाल में प्रदर्शन का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना से सेना के अंदर दो प्रकार की फौज बन जाएंगी, एक परमानेंट और एक टेंपररी। इनके बीच समन्वय स्थापित करना बेहद मुश्किल होगा। हुड्डा यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। पूर्व सीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार अग्निवीरों को पक्की नौकरी देने का वादा करके सब्जबाग दिखा रही है, जबकि हकीकत यह है कि भाजपा-जजपा सरकार की नीतियों के चलते हरियाणा पूरे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाला राज्य बन गया है।
हुड्डा ने आंकड़ों के हवाले से बताया कि अब तक 29,275 पूर्व सैनिकों ने नौकरी के लिए आवेदन किया है, लेकिन सरकार ने सिर्फ 543 को ही नौकरी दी है। यानी सरकार सिर्फ 1.8 फीसदी पूर्व सैनिकों को ही नौकरी दे पायी है। ऐसे में चार साल की नौकरी के बाद सेना से वापस आने वाले 75 फीसदी अग्निवीरों को यह सरकार नौकरी कैसे देगी, अगर ऐसा है तो सरकार हरियाणा के अग्निवीरों को पहले पक्की नौकरी दे और फिर उन्हें चार साल के लिए सेना में डेपुटेशन पर भेजे। हुड्डा ने कहा कि इजराइल जैसे छोटे देशों की तुलना भारत जैसे विशाल देश से नहीं हो सकती। इन छोटे-छोटे देशों में न तो बेरोजगारी है और न ही लोग सेना में भर्ती होना चाहते। इसलिए वहां पर सेना में सेवाएं देना अनिवार्य किया गया है। जबकि, भारत के युवा खुद सेना में भर्ती होने का सपना देखते हैं और एक सैनिक बनकर खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं। ऐसे में इजरायल जैसे देशों की नीति भारत में लागू नहीं हो सकती। सरकार को इस पर पुनर्विचार करते हुए अग्निपथ योजना को वापस लेना चाहिए और पक्की भर्तियां शुरू करनी चाहिए।
इस अवसर पर विधायक भारत भूषण बत्रा, शकुंतला खटक, पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी, यशपाल पंवार, अजय सिघानियां उपस्थित रहे।
‘जनता ने नकार दिया गठबंधन’
निकाय चुनाव पर पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि शहरी मतदाता ने भाजपा-जजपा को पूरी तरह नकार दिया है। इस चुनाव में भाजपा को सिर्फ 26 फीसदी वोट मिले यानी, हर चार में से तीन मतदाताओं ने भाजपा के खिलाफ वोट किया। जबकि, निर्दलीय उम्मीदवारों को भाजपा-जजपा से दोगुने वोट मिले हैं। लेकिन इस हार को भी भाजपा-जजपा जीत के तौर पर पेश कर रही है। हुड्डा ने रिकॉर्ड तोड़ महंगाई के बीच सिंचाई विभाग और वाटर रिसोर्स अथॉरिटी की ओर से वाटर सप्लाई के रेट में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति जाहिर की।