सोनीपत, 5 मई (हप्र)
सर्दियों के सीजन में 3 महीने तक राशन डिपो के माध्यम से वितरित किया जाने वाला बाजरा इस बार मई महीने में भी वितरित होगा। तपती गर्मी में बाजरे की सप्लाई आने से राशन डिपो धारकों के साथ-साथ उपभोक्ताओं ने भी सवाल खड़े किए हैं। हालांकि खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा बाजरे की मात्रा को आधा कर दिया गया है। परंतु फिर भी उपभोक्ता बाजरा लेकर खुश नहीं है। दरअसल, सर्दियों के सीजन में उपभोक्ताओं को बेहतर पोषक तत्व प्राप्त हो सके, इसके लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा दिसंबर, जनवरी व फरवरी महीने में राशन डिपो के माध्यम से बाजरा वितरित किया जाता है। परंतु इस बार मार्च और अप्रैल के बाद अब मई महीने में भी विभाग द्वारा राशन डिपो पर बाजरा भेजा गया है, जिसके बाद उपभोक्ताओं ने नाराजगी जताई है।
4 किलोग्राम गेहूं व 1 किलोग्राम मिलेगा बाजरा राशन वितरण प्रणाली के तहत मई माह में भी उपभोक्ताओं को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा प्रति व्यक्ति 1 किलोग्राम बाजरा और 4 किलोग्राम गेहूं वितरित किया जायेगा। जबकि इससे पहले अप्रैल माह में 2 किलोग्राम बाजरा व 3 किलोग्राम गेहूं वितरित किया गया था। मार्च माह में 3 किलोग्राम बाजरा और 2 किलोग्राम गेहूं वितरित किया गया था। सर्दियों के सीजन में बाजरा खाया जाता है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है, लेकिन गर्मियों में इसके सेवन से परहेज किया जाता है। ऐसे में उपभोक्ताओं की मांग है कि बाजरा वितरण बंद किया जाए और उपभोक्ताओं को 5 किलोग्राम गेहूं ही दिया जाये।
मार्च में ही बंद हो जाती थी बाजरे की सप्लाई
उपभोक्ता बाला देवी के अनुसार राशन डिपो में मई महीने में भी बाजरा पहुंचा है जो किसी काम नहीं आएगा। पहले मार्च में ही बाजरे की सप्लाई बंद हो जाती थी, लेकिन इस बार लगातार बाजरे की सप्लाई दी जा रही है। जबकि इन दिनों में गेहूं का सेवन अधिक होता है। ऐसे में बाजार से आटा खरीदना पड़ रहा है। सरकार से मांग है कि बाजरे का वितरण बंद कर पांच किलोग्राम गेहूं ही वितरित करे। वहीं ललिता ने कहा कि गर्मियों में बाजरा खाना सेहत के लिए ठीक नहीं है। परंतु राशन डिपो पर गेहूं की मात्रा में कटौती कर अब भी बाजरा दिया जा रहा है, जिसकी वजह से परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकार को बाजरा वितरण पूरी तरह से अब बंद करना चाहिए ताकि उपभोक्ताओं को पर्याप्त गेहूं प्राप्त हो सके।
”राशन वितरण प्रणाली में मई महीने में भी उपभोक्ताओं के लिए 1 किलोग्राम बाजरा आया है। जबकि इस बार चार किलोग्राम गेहूं वितरित किया जायेगा। बाजरा लेकर अब उपभोक्ता अधिक खुश नजर नहीं आ रहे हैं। गर्मियों में बाजरे का सेवन लोग नहीं करते हैं।”
-त्रिलोक जैन, राशन डिपो धारक