‘जल सुरक्षित’ राज्य के लक्ष्य को 2047 से पहले करेंगे पूरा : रणबीर गंगवा
चंडीगढ़, 19 फरवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि राज्य जल सुरक्षित बनने के लक्ष्य को 2047 से पहले पूरा करेगा। इसके लिए रैनीवेल, जल जीवन मिशन, अमृत योजना और नहर आधारित पेयजल परियोजनाओं का विस्तार किया जा रहा है। गंगवा राजस्थान के उदयपुर में आयोजित दो दिवसीय ‘जल सुरक्षित राष्ट्र’ कांफ्रेंस के अंतिम सत्र में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में जल संसाधनों के समुचित उपयोग के लिए कई योजनाएं चल रही हैं। विशेष रूप से नहर आधारित योजनाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है, और जल संकट वाले क्षेत्रों में नहरों के ऊपरी हिस्सों तक पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई है। गंगवा ने रैनीवेल परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यमुना नदी से 216 गांवों को स्थायी पानी उपलब्ध कराया गया है, और यह परियोजना प्रदेश के मेवात क्षेत्र में भी लागू की जा रही है।
भूजल संकट से निपटने के लिए राज्य में 2137 एमएलडी क्षमता वाले 177 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स काम कर रहे हैं, जिससे 1487 एमएलडी उपचारित जल प्राप्त किया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य 2025 तक इसे 1000 एमएलडी से अधिक करने का है।
अमृत 2.0 योजना के तहत 44 और शहरों में जल आपूर्ति बढ़ाने के लिए परियोजनाएं चल रही हैं। इसके तहत जल की चोरी और रिसाव की समस्या को दूर करने के उपाय किए जा रहे हैं। गंगवा ने कहा कि हरियाणा जल सुरक्षित राज्य का लक्ष्य समय से पहले पूरा करेगा, और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।