अरविंद शर्मा / निस
जगाधरी, 25 जून
आवारा पशुओं से शहर को मुक्ति नहीं मिल पा रही है। इससे जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है। चौक-चौराहों पर विचरण करते ये पशु लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। जहां इससे हादसों का खतरा बना हुआ है, वहीं नगर निगम के अधिकारी समय-समय पर इन्हें पकड़ने का अभियान चलाने की बात कह रहे हैं।
जगाधरी, बूडिया आदि इलाकों में सैकड़ों आवारा पशु बेलगाम घूम रहे हैं। इनमें कई तो वाहनों की साइड में ही भागते हैं। जगाधरी के बूडिया चौक, ईएसआई मोड़, मटका चौक, सिविल लाइन, कोर्ट रोड, रेस्ट हाउस मार्ग, पुराना छछरौली रोड, मुखर्जी पार्क एरिया, कुंडी तालाब पार्क मार्ग, रेलवे रोड, रेलवे बाजार आदि इलाकों में आवारा पशु घूमते रहते हैं। इसके अलावा बिलासपुर रोड, पुराने सहारनपुर रोड, छोटी लाइन मार्ग, हूडा सेक्टर-17, सेक्टर-18 व 15, जड़ोदा गेट आदि इलाकों में लावारिस गोवंश घूमता रहता है। जगाधरी-पांवटा एनएच पर जगह-जगह से पशु बैठे रहते हैं।
युवा अग्रवाल मंच के आशीष मित्तल, पूर्व पार्षद राजेश सचदेवा का कहना है कि नगर निगम को बिना कोई तकलीफ पहुंचाए इन पशुओं को सुरक्षित जगह पहुंचाना चाहिए। इन्हें गोशालाओं में भेजा जा सकता है।
यह बोले चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर
नगर निगम के जगाधरी जोन के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर हरजीत सिंह का कहना है कि इनके पकड़ने का अभियान समय-समय पर चलता रहता है। पशुपालकों को भी अपने पशुओं को ऐसे नहीं छोड़ना चाहिए। उनका कहना है कि कई बार गोवंश को छोड़ने की गौशालाओं में जगह नहीं होने से भी दिक्कत आती है। उनका कहना है कि ग्रामीण इलाके के पशु भी शहर में घुस जाते हैं।