प्रदेश के विकास की नींव होगी और मजबूत, जिम्मेदारी ‘डिपार्टमेंट ऑफ फ्यूचर’ के कंधों पर
‘फ्यूचर विभाग’ आने वाले वर्षों में हमारे प्रदेश की नींव को और अधिक मजबूत बनाएगा। हरियाणा की नीतियां अब केवल वर्तमान की जरूरतों को नहीं, बल्कि भविष्य की चुनौतियों को भी समझेंगी। उन्होंने कहा कि ‘फ्यूचर विभाग’ का गठन ऐसे समय में हुआ है जब जलवायु परिवर्तन, तकनीकी क्रांति, बढ़ती जनसंख्या और वैश्विक अनिश्चितताएं राज्यों के सामने नई चुनौतियां प्रस्तुत कर रही हैं। विभाग का प्रमुख उद्देश्य इन परिवर्तनों का गहन अध्ययन, पूर्वानुमान और सामूहिक नीति निर्माण के माध्यम से प्रभावी समाधान प्रदान करना है।
भविष्य की जरूरतों की पहचान करेगा विभाग
‘फ्यूचर विभाग’ का हरियाणा की सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी भविष्यगत आवश्यकताओं की पहचान करना है। यह विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों के उपयोग की संभावनाओं को नीति निर्माण से जोड़ने पर केंद्रित होगा। साथ ही, युवाओं के लिए भविष्य के कौशल विकसित करने वाली योजनाएं बनाएगा। विभाग का कार्यक्षेत्र मानव संसाधन, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, कृषि, जल, पर्यावरण और बुनियादी ढांचे जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भविष्य की चुनौतियों का पूर्वानुमान लगाकर, समय रहते समाधान योजना तैयार करना होगा। साथ ही, सभी विभागों की योजनाओं का समन्वय करते हुए दीर्घकालिक रणनीतियां विकसित करना भी इसका लक्ष्य होगा। नई तकनीकों के सामाजिक प्रभाव, अवसर और जोखिमों का विश्लेषण कर, विभाग साक्ष्य-आधारित सुझाव प्रदान करेगा।
भविष्य के हरियाणा की नींव
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विभाग विशेष रूप से हरियाणा के युवाओं के लिए नई दिशा और अवसर लेकर आएगा। उन्होंने कहा कि बदलती दुनिया में जहां पारंपरिक नौकरियां और व्यवसाय तेजी से बदल रहे हैं, वहां युवाओं को समय रहते तैयार करना ही भविष्य की सबसे महत्वपूर्ण नीति होगी। ‘फ्यूचर विभाग’ न केवल युवाओं के लिए मार्गदर्शक बनेगा, बल्कि नीति निर्माण में भी एक निर्णायक भूमिका निभाएगा।
हरियाणा बनेगा 'विकसित भारत-2047' का अग्रदूत
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'फ्यूचर विभाग' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत @2047’ के लक्ष्य को मूर्त रूप देने में हरियाणा का सबसे महत्वपूर्ण योगदान होगा। यह विभाग राज्य सरकार की ट्रिपल इंजन नीति - केंद्र सरकार, राज्य सरकार और प्रौद्योगिकी/नवाचार के समन्वय से हरियाणा को दृष्टि से लेकर क्रियान्वयन तक एक सशक्त भविष्य की ओर ले जाएगा। यह विभाग केवल नीति नहीं बनाएगा, बल्कि हरियाणा की सोच, कार्यशैली और दृष्टिकोण को बदलने वाला संस्थान बनेगा।