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डेरा जगमाल वाली के संत के निधन को अनुयायियों ने बताया हत्या

फतेहाबाद, 6 अगस्त (हप्र) डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब के निधन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। डेरा श्रद्धालु उनके निधन को षड‍्यंत्र के तहत की गयी हत्या बता रहे हैं तथा डेरे की गद्दी केे लिए आगे...
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फतेहाबाद, 6 अगस्त (हप्र)

डेरा जगमालवाली के संत वकील साहब के निधन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। डेरा श्रद्धालु उनके निधन को षड‍्यंत्र के तहत की गयी हत्या बता रहे हैं तथा डेरे की गद्दी केे लिए आगे आए बीरेंद्र सिंह ढिल्लों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस मामले को लेकर मंगलवार को काफी संख्या में डेरा श्रद्धालु फतेहाबाद स्थित डेरा में इकट्ठे हुए और इसके बाद लघु सचिवालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एसपी को शिकायत पत्र सौंपकर जीरो एफआईआर दर्ज करने की मांग की। डेरा श्रद्धालु जसदेव सिंह ने बताया कि अंतिम सत्संग में महाराज जी ने कहा था कि गद्दी अब किसी को नहीं मिलनी चाहिए तथा अनुयायी महाराज की जूतियों को पूजकर काम चला लेंगे। उन्होंने मामले में सीबीआई जांच करने की मांग की। दूसरी ओर भक्त आत्मा राम ने आरोप लगाया कि बाबा को 10 दिन पहले ही मार दिया गया था। उन्होंने कहा कि सारे षड्यंत्र का भंडाफोड़ करके श्रद्धालुओं को न्याय दिया जाए। उन्होंने कहा कि 8 तारीख को डेरे में बाबा वकील का भोग रखा गया है, तब आगे गद्दी का क्या होगा, उसको लेकर निर्णय लिया जाएगा।

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निष्पक्ष जांच की मांग

डबवाली (निस) : मस्ताना शाह बलूचिस्तानी आश्रम (डेरा जगमालवाली) के प्रमुख संत बहादुर चंद ‘वकील साहिब’ की मौत एक बड़ा सवाल बन रह गयी है। डेरे के एक हिस्से द्वारा वकील साहिब की मृत्यु के कारणों व तथ्यों को छिपाने के प्रयासों की निष्पक्ष जांच की मांग उठ खड़ी हुई है। मंगलवार को काफी संख्या में पुरुष व महिला श्रधालुयों ने मंगलवार को डबवाली के एसपी व एसडीएम को दो अलग-अलग शिकायतें सौंपी जिसमें वकील साहिब का निधन कई दिन पूर्व होने के आरोप हैं। जिला पुलिस डबवाली, डेरा प्रमुख संत बहादुर चंद के निमित 8 अगस्त को रस्म पगड़ी कार्यक्रम को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए कानून व्यवस्था के प्रबंध पुख्ता बनाने में जुटी है।

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