रोहित विद्यार्थी/निस
बहादुरगढ़, 31 जनवरी
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने एक बार फिर आंदोलन तेज कर दिया है। रविवार को किसानों ने अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और तीनों कानून जल्द रद्द करने की मांग की। किसानों ने आज टीकरी बॉर्डर से सेक्टर 9 बाईपास तक प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा कि उन्हें धरना-प्रदर्शन करते दो माह से ज्यादा समय हो चुका है, मगर सरकार अपनी हठधर्मिता पर कायम है। कुछ लोग आंदोलन को कमजोर करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, मगर उन्होंने अभी तक शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया और आगे भी करते रहेंगे।
निहालगढ़ पंजाब से आए किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा कि किसान पिछले दो माह से टीकरी बॉर्डर पर डटे हुए है और हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, बिहार सहित अन्य सूबों से किसान यहां पहुंच कर न केवल अपना समर्थन दे रहे, बल्कि हर तरह से सहयोग कर रहे हैं। सरकार नेट बंद करवाने के अलावा धरना स्थल की बिजली कटवा रही है। हमने इस आंदोलन को शांतिपूर्वक चलाना है। सरकार आंदोलन को एक से डेढ़ साल पर स्थगित कर एक कमेटी बनाने की बात कर रही है, लेकिन हमें तीनों नये कानूनों को रद्द करवाना है।
आंदोलन में हरियाणा के किसान बढ़चढ़ कर भाग ले रहे है जिससे आंदोलन में पहले से कहीं ज्यादा मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। ट्रैक्टर परेड के बाद कुछ किसानों ने अपने घरों का रूख कर लिया था, मगर अब फिर से आंदोलन में किसानों की भीड़ जुटनी लगी है, जिससे आंदोलन में एक नई उर्जा का संचार हुआ है।
कर्मचारी नेता डा. अजय बल्हारा धरनास्थल पर पहुंचे और आंदोलनरत किसानों को अपना समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें सस्पेंड नहीं किया, बल्कि लोकतांत्रिक को सस्पेंड किया है। उन्होंने कहा कि वे हरियाणा के 22 जिलों में जाकर कर्मचारियों को सरकार की किसान व कर्मचारी विरोधी नीतियों के बारे में अवगत कराएंगे।
अफवाहों से दूर रहे आंदोलनकारी
पंजाबी गायिका सोनिया मान पिछले काफी समय से यहां आदोलनरत किसानों के साथ डटी हुई। रविवार को उन्होंने न केवल किसानों में जोश और उत्साह भरा, बल्कि अफवाहों से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोशल साइट्स के माध्यम से किसानों को उकसाने के अलावा तरह तरह की बयानबाजी कर रहे है। जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमें हर हालत इन अफवाहों दूर रहना है, ताकि आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहे। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा कमेटी द्वारा दिए निदेर्शो का हमें हर हाल में पालन करना है।