गुरुग्राम, 13 नवंबर (हप्र)
ई-काॅमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को एचएसआईआईडीसी द्वारा अधिगृहीत जमीन देने से नाराज पातली हाजीपुर गांव के लोगों ने पंचायत का आयोजन किया। पटौदी रोड पर आयोजित पंचायत में मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार प्रॉपर्टी डीलर की भूमिका निभाकर खुद लाभ कमा रही है। किसानों ने अपनी अधिगृहीत जमीन सरकार से वापस मांगी है।
बैठक की अध्यक्षता चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने की। इसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि 26 नवंबर को बड़ी संख्या में एकत्रित होकर किसान डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। इस ज्ञापन में किसानों को उनकी जमीन वापस देने की मांग की जाएगी। मांग नहीं मानी गयी तो इलाके की महापंचायत कर आगामी निर्णय लिया जाएगा।
पंचायत में इनेलो किसान सेल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह धनखड़, भाजपा नेता एवं जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष संजीव उर्फ पप्पू यादव, संतोख सिंह, ईश्वर पहलवान, धर्मपाल सरपंच, सतबीर धनखड़ प्रधान समेत काफी लोग मौजूद रहे।
गांव के किसानों ने बताया कि वर्ष 2013 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने गांव की 285 एकड़ जमीन अधिग्रहण की थी। उसमें पातली गांव का मुआवजा प्रति एकड़ 55 लाख रुपए, बावड़ा का 73 लाख रुपए मुआवजा दिया गया था। विरोध स्वरुप किसानों ने मुआवजा बढ़ाने के लिए सेशन कोर्ट गुरुग्राम में अपील की थी। जिसे रद्द कर दिया गया। किसानों को ब्याज आदि लगाकर 91 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से पैसा दिया गया जबकि अब सरकार इसमें से 140 एकड़ जमीन 3.22 करोड़ प्रति एकड़ की दर से बेच रही है। सिर्फ 7 सालों में ही सरकार कई गुणा दाम कमाकर किसानों को ठगने का प्रयास कर रही है। इस मौके पर कृष्ण पंडित, जय प्रकाश डागर, सुनील यादव, वीर सिंह, दिनेश कुमार, महेंद्र कुमार समेत कई गांवों के पूर्व व निवर्तमान सरपंच भी मौजूद रहे।