कच्ची समाधि का प्रसिद्ध मेला आज से
इन्द्री (निस) शहर में 9 अक्तूबर से तीन दिवसीय कच्ची समाधि का मेला शुरू हो रहा है। इन्द्री में समाधि सती सत बाबा सिमरण दास जी की है, जोकि देश की एकमात्र कच्ची समाधि है। यही कारण है कि यह...
इन्द्री (निस)
शहर में 9 अक्तूबर से तीन दिवसीय कच्ची समाधि का मेला शुरू हो रहा है। इन्द्री में समाधि सती सत बाबा सिमरण दास जी की है, जोकि देश की एकमात्र कच्ची समाधि है। यही कारण है कि यह समाधि और मेला बहुत प्रसिद्ध है। दूर-दूर से लोग समाधि पर आकर माथा टेकते हैं और मनोकामना पूरी होने की मन्नत मांगते हैं। हर वर्ष दिल्ली सहित दूर-दराज के स्थानों से श्रद्धालु शहर में पहुंचते हैं। मेला इतना प्रसिद्ध है कि दो दिन पहले ही यहां पर दुकानें लगाए जाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। उत्तर प्रदेश के इटावा, कानपुर तथा राजस्थान व हरियाणा के अनेक स्थानों से दुकानदार आ गए हैं। रामलीला मैदान में कईं तरह के मेले लगाए जा चुके हैं। मेले के निर्धारित दिन से एक दिन पहले मेला अपने पूरे शबाब पर पहुंच गया है। प्रशासन या मेले की आयोजन समिति द्वारा शौचालयों और पेयजल की व्यवस्था नहीं होने के कारण मेले में दुकानें लगाने वालों, श्रद्धालुओं और मेला देखने आए आम जन को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सुबह के समय मेले में दुकानें लगाए पुरूष महिलाओं को शहर के बाहरी हिस्सों में खुले में शौच के लिए जाना पड़ा। निवर्तमान नपा चेयरपर्सन शिवानी गोयल ने बताया कि नगरपालिका व आयोजन समिति को बुनियादी सुविधाओं की कमी को दूर करना चाहिए। नगरपालिका के पास मोबाइल शौचालय उपलब्ध हैं। वे इसके लिए नपा सचिव को कहेंगी।