जींद, 9 अप्रैल (हप्र)
शहर में बसों की समस्या को लेकर शुक्रवार को किये गये प्रदर्शन व हंगामे के दौरान गिरफ्तार किये गये छात्रों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। शनिवार को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) , सेन्टर ऑफ ट्रेड यूनियन सीटू, किसान सभा व छात्रों के परिवारिक सदस्यों ने मिलकर गिरफ्तार छात्रों को रिहा करवाने के लिए, डीएसपी को धर्मबीर खर्ब को ज्ञापन सौंपा। एसएफआई के राज्य अध्यक्ष ने कहा कि प्रशासन के गलत फैसले के कारण विद्यार्थी नये बस अड्डे पर प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन प्रशासन ने इनकी मांग सुनने की बजाय इन पर लाठीचार्ज किया और इन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
इस दौरान 14 छात्रों को गिरफ्तार किया गया। जबकि करीब डेढ़ सौ को हिरासत में लिया गया। छात्र अपनी जायज मांगों के लिए शांतिपूर्ण ढंग से रोडवेज जीएम से मिलने गए थे। लेकिन कुछ शरारती तत्वों द्वारा बस के शीशे तोड़कर शांतिपूर्ण चल रहे आंदोलन को भंग करने की कोशिश की गई। जिससे शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहें छात्रों पर पुलिस ने बल प्रयोग करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इन पर अलग-अलग धाराओं के तहत मुकदमा बनाकर जेल भेज दिया। सीटू नेता कॉमरेड रमेशचंद्र , किसान नेता बलबीर सिंह ने बताया कि प्रशासन से अपील की गई है कि इस केस की दोबारा से जांच करके इन छात्रों को रिहा किया जाए।