जल्द बदलेगी यमुना के घाटों की सूरत : सुमन बहमनी
पश्चिमी यमुना नहर के तटों की सूरत अब जल्द ही पूरी तरह बदलने वाली है। शहर में प्रस्तावित रिवर फ्रंट कॉरिडोर परियोजना को लेकर महापौर सुमन बहमनी ने मंगलवार को पश्चिमी यमुना नहर किनारों का निरीक्षण किया और अधिकारियों से परियोजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान महापौर ने कहा कि यह परियोजना न केवल शहर की सुंदरता बढ़ाएगी, बल्कि नागरिकों के लिए एक नया पर्यटन स्थल और आस्था का केंद्र भी बनेगी। उन्होंने बताया कि नगर निगम के प्रयासों से यमुना घाटों का कायाकल्प किया जाएगा ताकि लोग यहां न केवल धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों के लिए आ सकें, बल्कि परिवार के साथ समय व्यतीत भी कर सकें।
इस अवसर पर पूर्वांचल समाज के प्रतिनिधियों ने बाड़ी माजरा की ओर एक पक्का घाट निर्माण की मांग भी रखी। महापौर बहमनी ने इस विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए मौके पर ही सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आरएस मित्तल से फोन पर बात की। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम और सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम जल्द ही स्थल का पुनः निरीक्षण करे और मांग पर तकनीकी व प्रशासनिक दृष्टि से विस्तृत समीक्षा की जाए। महापौर ने कहा कि यदि नियमों के अनुरूप संभव हुआ तो बाड़ी माजरा में पक्का घाट अवश्य बनाया जाएगा।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी महीनों में यमुनानगर की जनता को अपने घाटों पर एक नया और मनमोहक परिवर्तन देखने को मिलेगा। नगर निगम द्वारा दिव्य नगर योजना के तहत यहां 12.87 करोड़ की अनुमानित लागत से बाड़ी माजरा पुल से पुराना सहारनपुर रोड फतेहपुर पुल तक पश्चिमी यमुना नहर किनारे रिवर वाटर फ्रंट कॉरिडोर बनाया जायेगा। इससे हमारा यमुनानगर-जगाधरी पर्यटन हब के रूप में उभरेगा।