नायब सरकार ने 50 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया बाजरे का भाव
हरियाणा सरकार ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए बाजरे की खरीद दर में 50 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि करने का निर्णय लिया है। अब राज्य की खरीद संस्थाएं बाजरे की खरीद 2200 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से करेंगी। इसके साथ ही भावांतर भरपाई योजना के तहत 575 रुपए प्रति क्विंटल सीधे किसानों के बैंक खातों में स्थानांतरित किए जाएंगे। इस कदम से राज्य के किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 2775 रुपए प्रति क्विंटल का पूरा लाभ मिलेगा। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेश नागर ने शनिवार को यहां बताया कि पहले यह दर 2150 रुपए प्रति क्विंटल थी और भावांतर भरपाई योजना के तहत 625 रुपए प्रति क्विंटल स्थानांतरित किए जाते थे।उन्होंने बताया कि बाजरे के बाजार भाव की समीक्षा के बाद यह निर्णय किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए लिया गया। उन्होंने कहा कि निजी व्यापारियों द्वारा ई-खरीद के माध्यम से बाजरे की खरीद अगर 2200 रुपए प्रति क्विंटल से अधिक होती है, तो उस स्थिति में भी सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत 575 रुपए प्रति क्विंटल का भुगतान करेगी। इस व्यवस्था से किसानों को एमएसपी से अधिक लाभ मिलने की संभावना बनी रहेगी।23 सितंबर से शुरू हो चुकी खरीद
सरकार ने इस साल खरीफ सीजन 2025-26 के लिए बाजरे की खरीद जो पहली अक्टूबर से शुरू होने वाली थी, उसे 23 सितंबर से पहले शुरू कर दिया है। इस वर्ष राज्य में 92 मंडियां/खरीद केंद्र खोले गए हैं। राज्य में बाजरे की खरीद हैफेड और हरियाणा राज्य भंडारण निगम द्वारा की जा रही है। इस साल प्रदेश के 5 लाख 6 हजार 313 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवा लिया है।
किसानों को मिलेगा खरीद का लाभ
राज्य मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के इस निर्णय से किसानों को न केवल सरकारी खरीद पर बल्कि निजी व्यापारियों द्वारा किए जाने वाले ई-खरीद पर भी एमएसपी से अधिक लाभ मिलेगा। इसका सीधा फायदा किसानों के बैंक खातों में होगा और उन्हें बाजरे की फसल का समान मूल्य सुनिश्चित रहेगा। इस कदम को किसानों के हित में उठाया गया है ताकि बाजरे की बिक्री और एमएसपी प्रणाली दोनों के माध्यम से किसानों की आमदनी सुरक्षित रहे और उन्हें अधिकतम लाभ मिल सके।