सिरसा, 15 मई (निस)
शनिवार रात को डबवाली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन बच्चे की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने अस्पताल संचालक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया और देर रात तक हंगामा किया।
परिजनों का आरोप है कि डाक्टर ने बच्चे के आप्रेशन में देरी की। बच्चे की मौत हो जाने के बाद पहले अस्पताल का बैलेंस क्लीयर करने को कहा है, उसके बाद बच्चे का शव देने की बात कही है। इस मामले की सूचना मिलते ही 112 नंबर पुलिस टीम भी मौके पर पहुंच गई। इस मामले में आईएमए के प्रधान डा. आशीष खुराना का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाया गया है, दोनों पक्षों को सुना गया है, जो आपसी गलतफहमी है, उसे दूर किया जाएगा। मामले की जानकारी देते हुए मान सिंह शाक्य ने आरोप लगाया कि दिलखुश (9 वर्ष) निवासी भारत नगर छत से गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे को इलाज के लिए डबवाली रोड स्थित होप न्यूरो अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सक ने कहा कि पहले आपको 50 हजार रुपये जमा करवाने होंगे, उसके बाद आप्रेशन होगा। बच्चे के पिता ने इधर उधर से रुपये इकट्ठे किए, उसके बाद चिकित्सक ने 64 हजार रुपये मांगे।
मान सिंह ने बताया कि जब बच्चे के स्वजन व समाज के लोग इकट्ठा हुए तो बच्चे के स्वजनों के बिना हस्ताक्षर लिये ही उसके शव को एंबुलेंस में रखवा दिया। जबकि पहले चिकित्सक कह रहे थे कि अस्पताल का बकाया व मेडिकल का बकाया देना है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन िजला प्रधान बोले
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. आशीष खुराना ने कहा कि उन्होंने इस मामले में दोनों पक्षों को सुना है। चिकित्सक का कहना है कि बच्चे की स्थिति ज्यादा नाजुक थी और उन्होंने परिजनों को बताकर ही उसका आप्रेशन किया था।