गोहाना, 13 फरवरी (निस)
शुक्रवार रात को रोहतक के जाट कालेज के अखाड़े में हुए हत्याकांड में मारे गए 5 लोगों में से मृतक दंपति का शनिवार गांव सरगथल में अंतिम संस्कार किया गया। दंपति के दाह संस्कार के लिए श्मशानभूमि में एक ही चिता बनाई गई। इस हत्याकांड को लेकर पूरे गांव का माहौल गमगीन है।
रोहतक स्थित जाट कालेज के अखाड़े में अखाड़े के कोच मनोज मलिक और उनकी पत्नी साक्षी समेत 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी। मनोज मलिक का तीन साल का बेटा सरताज और कोच अमरजीत घायल हो गए थे। मृतक मनोज मलिक मूलत : गोहाना के गांव सरगथल के निवासी थे। शनिवार को मनोज मलिक और उसकी पत्नी साक्षी का गांव सरगथल में अंतिम संस्कार किया गया। इस शोक की घड़ी में लोगों के मुख से एक ही स्वर फूट रहा था कि इस हत्याकांड के दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके उनको कठोर से कठोर सजा दी जाए। आरोपी सुखविंद्र गोहाना क्षेत्र के ही गांव बरोदा का निवासी है। वह इसी अखाड़े में अभ्यास करवाता था। इस हत्याकांड में मनोज मलिक, उनकी पत्नी पत्नी साक्षी, सतीश, प्रदीप और महिला पहलवान पूजा भी गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड के आरोपी कोच सुखविंद्र के मकान व उसके आसपास के क्षेत्र में पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। बरोदा पुलिस थाने के प्रभारी बदन सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा एहतियात के तौर पर पेट्रोलिंग शुरू कर दी है।
मां बोलीं सुखविंद्र हमारा बेटा नहीं हो सकता
रोहतक हत्याकांड के मुख्य आरोपी कोच सुखविंद्र की मां सरोजनी घटना से बेहद आहत है। उन्होंने कहा कि सुखविंद्र हमारा बेटा नहीं हो सकता है। पुलिस चाहे तो उसे मार दे। सरोजनी ने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिनके परिजनों को उसके बेटे ने मारा है। सुखविंद्र में रहम व इंसानियत खत्म हो चुकी है। सुखविंद्र के पिता मेहर सिंह उसके व्यवहार से दुखी होकर उसे चार साल पहले चल-अचल संपत्ति से बेदखल कर चुके हैं।