जगाधरी, 31 जनवरी (निस)
सालों से जगाधरी क्षेत्र का गांव जैधर भूसा मंडी बना हुआ है। यहां के अलावा क्षेत्र में दो-तीन और जगहों पर और इसकी बिक्री हो रही है। इस बार भूसे के रेट में रिकार्ड वृद्धि हुई है। स्थानीय में भूसा 1000 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। व्यापारियों की मानें तो इतनी तेजी एक दशक बाद आई है। गांव जैधर के डेढ़ सौ के करीब लोग भूसे का व्यापार कर रहे हैं। इसके अलावा छछरौली व मलिकपुर खादर में भी भूसे खरीद-फरोख्त हो रही है। यहां से हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में भूसा जा रहा है। वहां पर बहुत ज्यादा महंगे रेट में बेचा जा रहा है। यहां पर कई लोगों ने भूसा स्टोर करने के लिए बड़े शैड बना रखे हैं। इसके अलावा छछरौली व मलिकपुर खादर में भी इस बार भूसा बेचा-खरीदा जा रहा है। जानकारी के अनुसार यहां पर हरियाणा के अलावा पंजाब का भूसा भी आ रहा है। यहां से ट्रेडर्स इसे हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में ले जाकर वहां मंहगे भाव में बेच रहे हैं। जानकारी के अनुसार सूखा चारा न होने से पशुपालक व किसान इसे परचून में खरीदते हैं। जानकारी के अनुसार आजकल वहां पर भूसा हजार रुपये प्रति क्विंटल के ज्यादा दाम में बिक रहा है। रोजाना सैकडों क्विंटल भूसा पहाड़ी इलाकों में जा रहा है। वहीं भूसा व्यापारी राजेश कुमार का कहना है कि इतनी तेजी दस साल बाद आई है। व्यापारी राजेश का कहना है कि रेट में तेजी की वजह गेंहू की फसल की कटाई कंबाईन व रिपर से ज्यादा होना है। इससे भूसा कम बनता है। भूसे का भाव तेज होने व इसके कम मिलने से स्थानीय किसानों को भी परेशानी हो रही है। किसान सोमनाथ, नरेंद्र सिंह आदि का कहना है कि अभी नया भूसा आने में दो महीने से ज्यादा का वक्त लगेगा।