रोहतक में राजीव गांधी खेल स्टेडियम की सुधरेगी हालत, 35 करोड़ से होगी मरम्मत
राेहतक में राजीव गांधी खेल परिसर जल्द ही खिलाड़ियों के लिए नई शक्ल में नजर आएगा। लंबे समय से उपेक्षा और जीर्ण-शीर्ण हालत का शिकार यह स्टेडियम अब सरकार की प्राथमिकता सूची में आ गया है।
खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने सोमवार को सदन में स्वीकार किया कि स्टेडियम की कई सुविधाएं - सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक, हॉकी टर्फ, वॉलीबॉल और कबड्डी कोर्ट, लॉन टेनिस ग्राउंड, शौचालय, चेंजिंग रूम और पेयजल व्यवस्था बदहाल है और इनकी मरम्मत बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने 25.76 करोड़ रुपये की योजना तैयार की है। इसमें से 17.40 करोड़ रुपये सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक के नवीनीकरण पर और 8.36 करोड़ रुपये हॉकी टर्फ पर खर्च किए जाएंगे। साथ ही, 8.81 करोड़ रुपये की लागत से फ्लड लाइट, हाई मस्ट लाइट, वाटर कूलर और एयर कंडीशनिंग जैसी अतिरिक्त सुविधाओं की विशेष मरम्मत का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग के पास विचाराधीन है। रोहतक विधायक भारत भूषण बतरा ने विधानसभा में यह मुद्दा उठाया था।
उन्होंने कहा कि पूर्व की हुड्डा सरकार के समय यह स्टेडियम बना था, लेकिन अनदेखी के चलते इसकी जर्जर हालत हो गई है। खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि स्टेडियम में नेशनल एक्सीलेंस सेंटर स्थापित किया जा चुका है।
यह देश का सबसे बड़ा एक्सीलेंस सेंटर है। उन्होंने पिछले वर्षों में स्टेडियम पर खर्च का ब्यौरा भी सदन में रखा।
खिलाड़ियों को क्या फायदा होगा : मरम्मत और अपग्रेडेशन के बाद स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा। फिलहाल कई युवा एथलीट को खराब ट्रैक और जर्जर सुविधाओं के कारण अभ्यास में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हॉकी और एथलेटिक्स के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भी अभ्यास के लिए अक्सर दिल्ली या अन्य राज्यों के स्टेडियमों का रुख करते हैं।
सरकार की योजना समय पर पूरी हो गई तो खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का एथलेटिक्स ट्रैक मिलेगा। जिस पर वे बिना किसी बाधा के ट्रेनिंग कर पाएंगे। नई हॉकी टर्फ, जिससे खिलाड़ियों को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं के साथ अभ्यास करने का मौका मिलेगा। बेहतर फ्लड लाइट और हाई मस्ट लाइट, ताकि रात में भी प्रेक्टिस और मैच आयोजित किए जा सकेंगे।