गुरुग्राम, 6 जून (हप्र)
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के राजीव चैक से बादशाहपुर वाले हिस्से का निर्माण करने वाली कंपनी टूटे हुए स्पैन को 10 महीने बाद भी पुनः लांच करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही। 2 पिलर्स के बीच स्पैन को लांच करने के लिए जोर शोर से तैयारियां शुरू कर फिर काम ढीला छोड़ दिया जाता है। इन दोनों पिलर्स के आगे-पीछे का काम तेजी से किया जा रहा है।
एक्सप्रेस-वे के राजीव चौक से बादशाहपुर वाले हिस्से पर एलीवेटिड रोड निर्माण का कार्य ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स लिमिटेड (ओएससी) के द्वारा किया जा रहा है। निर्माण कार्य अपनी निर्धारित गति से काफी धीमा चल रहा है। निर्माण में बरती गई लारवाही के बाद से नेशनल हाईवे अथोरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई) के अधिकारी कंपनी के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए हैं। इसी के चलते अभी तक कंपनी टूटे हुए स्पैन के स्थान पर पूरा स्पैन लांच करने के लिए विशेष तैयारियां कर रही है। कई महीनों से दोनों पिलर्स के बीच लोहे की सपोर्ट तैयार करने का कार्य तेजी से चला लेकिन अब काफी दिनों से यह काम भी बंद कर दिया गया है। इन दिनों पिलर्स के पीछे के हिस्से का ज्यादातर कार्य पूरा हो चुका है और अब कंपनी के कर्मचारी इससे आगे के हिस्से पर काम कर रहे हैं। हादसे के कारण दोनों पिलर्स का वह हिस्सा भी क्षतिग्रत हो गया था जिसके उपर स्पैन टिकाया जाता है।
कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, ‘हादसे के कारण यह बेहद संवेदनशील विषय हो गया है। इसलिए इन दोनों पिलर्स के बीच होने वाली किसी भी एक्टिविटी पर गंभीरता से ध्यान रखा जा रहा है। विशेषज्ञों की मौजूदगी में ही इनसे संबंधित निर्माण कार्य किया जाएगा।’
यह स्पैन पुनः कब लांच किया जाएगा इसका जवाब देने के लिए न तो निर्माण करने वाली कंपनी ओएसई और न ही एनएचएआई के अधिकारी तैयार हैं।
गौरतलब है कि 22 अगस्त 2020 की रात सोहना रोड पर शीशपाल विहार के ठीक सामने स्थित पिलर नंबर 10 व 11 पर टिका स्पैन अचानक गिर पड़ा था। हादसे के कारणों की जांच में कंपनी को लापरवाही के लिए दोषी ठहराते हुए जुर्माना लगाया गया था।