सुरेंद्र मेहता / हप्र
यमुनानगर,9 अगस्त
बिजली निगम के कस्ट्रक्शन विभाग में 6.9 करोड़ के कथित गबन की बात अधिकारियों की जांच की टीम में सामने आने के बाद विभाग ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज करवाया है। कस्ट्रक्शन विभाग के एसडीओ द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर दर्ज में आरोप लगाया गया है कि तय समय में एल्युमिनियम कंडक्टर व एबी केबल लगाने का कार्य पूरा न करने के बावजूद फर्म को भुगतान कर दिया गया। मामले की शिकायत पर जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी की जांच में फर्म अरविंद्रो इलेक्ट्रिकल व बिजली निगम के अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई है। अब इस मामले में बिजली निगम निर्माण के एसडीओ संदीप पाहुजा की शिकायत पर तत्कालीन अधिकारियों व अरविंद्रो इलेक्ट्रिकल फर्म पर धोखाधड़ी व गबन केस दर्ज हुआ है, जिसकी जांच यमुनानगर के डीएसपी कर रहे हैं।
पुलिस को दी शिकायत में बताया गया है कि फर्म अरविंद्रा इलेक्ट्रिकल चंडीगढ़ को 20 अगस्त 2014 को 11 केवी लाइन के नए निर्माण में 20 स्कवायर मिमी एल्यूमिनियम कंडक्टर स्टील रीनफोर्स के साथ सामग्री उपकरण आपूर्ति आदि का ठेका दिया गया। यह कार्य 19 मई 2015 तक पूरा होना था। तय समय पर यह कार्य पूरा नहीं हुआ, जबकि बिजली निगम के एसडीओ व अन्य अधिकारियों ने कथित मिलीभगत कर अरविंद्रा इलेक्ट्रिकल को 10 करोड़ 16 लाख 681 रुपये जारी कर दिए।
गठित की गयी जांच कमेटी
शिकायत हुई तो 20 नवंबर 2019 को जांच कमेटी गठित की गई। इस कमेटी में 5 कार्यकारी अभियंता भी शामिल थे। कमेटी ने आरोपित फर्म अरविंद्रा इलेक्ट्रिकल को जांच में शामिल होने के लिए 22 नवंबर, 23 दिसंबर व 30 दिसंबर 2019 को नोटिस भेजे, लेकिन वहां से कोई भी जांच में शामिल नहीं हुआ। 24 जनवरी 2020 को कमेटी ने इस मामले में रिपोर्ट दी, जिसके आधार पर निगम को छह करोड़ नौ लाख 4 हजार 331 रुपये का घोटाला मिला।
फर्म ने नहीं की भरपाई
इस मामले में निगम के पैसे की भरपाई करने के लिए अरविंद्रा इलेक्ट्रिकल को 27 फरवरी 2020 को नोटिस दिया गया, लेकिन फर्म की ओर से यह भरपाई नहीं की गई।