कैथल, 30 जनवरी (हप्र)
किसान सयुंक्त मोर्चा के आह्वान पर खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति का धरना रिलायंस पेट्रोल पंप जींद रोड कैथल पर 39वें दिन भी जारी रहा, जिस की अध्यक्षता किसान महिला नेता मुन्नी देवी सौंगल ने की। आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर धरनास्थल सामूहिक उपवास रखा गया। उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने दोहराया कि हमारा आंदोलन उस समय तक जारी रहेगा, जब तक कि कृषि सम्बन्धी तीनों काले कानून व बिजली बिल 2020 वापिस नहीं होते। हमारा आंदोलन संयुक्त किसान मोर्चा के दिशा निर्देशों अनुसार आगे बढ़ेगा। आज भी नजदीकी गांवों से महिलाओं व पुरुष किसानों ने हिस्सा लिया। उधर, खेती बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति द्वारा आज शहीदी दिवस के अवसर पर नये कृषि कानूनों व बिजली बिल 2020 की वापसी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा व्रत रखने के आह्वान पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, सीटू, खेत मजदूर यूनियन, जनवादी महिला समिति, किसान सभा, छात्र व युवाओं ने जवाहर पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने उपवास रखा।
भाकियू कार्यकर्ताओं ने पबनावा में रखा उपवास
कृषि कानूनों के विरोध में भाकियू प्रदेश महासचिव भूरा राम पबनावा के नेतृत्व में किसानों ने एक-दिवसीय उपवास रख कर सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। इस अवसर पबनावा ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का धरना प्रदर्शन 2 महीने से अधिक अवधि हो चुकी है लेकिन केंद्र की गूंगी, बहरी सरकार को सत्ता के नशे कुछ सुनाई नहीं दे रहा है।
‘किसानों पर बनाये झूठे मुकदमे रद्द करे सरकार’
कुरुक्षेत्र (हप्र) : आंदोलनरत किसान नेताओं पर बनाए गए झूठे मुकदमे वापस किए जाने, किसान आंदोलन का दमन बंद किए जाने, भाजपा, आरएसएस विधायकों व उनकी गुंडावाहिनी द्वारा किसान धरनों पर पथराव, गोली मारने व धरने समाप्त करने के नारे लगाने और उनकी गुंडागर्दी रोकने की मांग को लेकर आज जन संघर्ष मंच हरियाणा द्वारा कुरुक्षेत्र के उपायुक्त के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री के नाम लिखा एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि केन्द्र सरकार किसानों और मेहनतकशों की बर्बादी के लिए अलोकतांत्रिक व असंवैधानिक ढंग से पारित किए गए कृषि कानूनोें को रद्द करवाने की मांग को लेकर पिछले 2 महीने से ज्यादा समय से कड़कती ठंड में दिल्ली के बाॅर्डरों पर शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा है। जन संघर्ष मंच के आंदोलनरत किसानों के साथ अपनी एकजुटता जाहिर करता है और सरकार द्वारा किसान आंदोलन के दमन की कार्रवाई की भारी भर्त्सना करता है और मांग करता है कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं व किसानों के खिलाफ बनाए गए झूठे मुकदमे रद्द किए जायें।
वकीलों, पत्रकारों का लघु सचिवालय पर धरना
नारायणगढ़ (निस) : दिल्ली में किए जा रहे आन्दोलन के समर्थन में नारायणगढ़ क्षेत्र के वकीलों व पत्रकारों ने लघु सचिवालय में धरना दिया। वहीं, युवा कांग्रेस नेता जंटी व किसान नेता धूम सिंह नगौली ने अग्रसेन चौक नारायणगढ़ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का पुतला दहन किया व केन्द्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की।
‘किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास’
शाहाबाद मारकंडा (निस) : शनिवार को बढ़ी संख्या में किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के निर्देशों पर एसडीएम कार्यालय में सुबह से सायं 4 बजे तक व्रत रख कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग की। किसानों का नेतृत्व कार्यकारी प्रधान जसबीर सिंह मामूमाजरा और भाकियू के प्रैस प्रवक्ता राकेश बैंस कर रहे थे। किसानों को संबोधित करते हुए जसबीर सिंह मामूमाजरा ने कहा कि केन्द्र सरकार साजिशों के तहत किसान आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है
‘जनता बनी आंदोलन की असली हीरो’
सिरसा (निस) : शांतिपूर्वक तरीके से चल रहे आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार ने कई ओच्छे हथकंडे अपनाये, लेकिन जनता की एकता ने सरकार की हर चाल को नाकाम कर दिया। इस आंदोलन का हीरो कोई व्यक्ति विशेष नहीं, बल्कि जनता ही असली हीरो है। उक्त बातें हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने जाट धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी।
इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग
पानीपत (एस) : अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर यूनियन ने पानीपत सहित प्रदेश के अन्य जिलों में प्रदेश सरकार द्वारा मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करवाने को गलत बताया है। यूनियन ने सरकार से प्रदेश की जनता के हित में जल्द दोबारा से इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की है। इस बारे में शनिवार को यूनियन के जिला प्रधान राजेंद्र, सचिव ओमपाल व उपप्रधान अंग्रेज सिंह ने कहा कि आज सभी कार्य मोबाइल के माध्यम से हो रहे हैं और इंटरनेट पर ही रोक लगा दी जाये तो लोगों के काम किस तरह से होंगे।
‘सरकार ने किसानों के साथ किया विश्वासघात’
यमुनानगर (हप्र) : अन्नदाता को जिस देश में अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए अनशन करना पड़े उस देश के शासकों को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उनको शर्म आनी चाहिए कि देश का पेट भरने वाला भूखा रहकर आंदोलन कर रहा है। यह आरोप किसान नेता सतपाल कौशिक, जो काफी दिनों से काले कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन शामिल हैं, ने लगाए। उन्होंने कहा किसान आंदोलन में सरकार ने किसानों के साथ विश्वासघात किया है, उससे सरकार का भरोसा देश की जनता में कमजोर हुआ है।
पानीपत के दोनों टोल पर धरने पर डटे किसान
पानीपत (एस) : पानीपत में किसानों का जीटी रोड व गांव डाहर टोल पर शनिवार को भी धरना जारी रहा और जिला के दोनों टोल सभी वाहनों के लिये फ्री रहे। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर गांधी जयंती पर गांव डाहर टोल पर 25 किसान और जीटी रोड टोल पर 11 किसान व अन्य सगंठनों के पदाधिकारी फूलमाला पहनकर दिनभर अनशन पर रहे। टोलों पर ही गांधी जी की फोटो पर पुष्प अर्पित करके उनको श्रद्धांजलि दी गयी।
दिल्ली के लिए किसानों का काफिला रवाना
सिरसा (निस) : सिरसा के गांव संतनगर से 10 गाड़ियों का काफिला दिल्ली के बार्डरों के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर कृषि कानूनों के विरोध में रानियां के बस स्टैंड के समीप स्थापित संयुक्त किसान मजदूर पक्का मोर्चा के सदस्यों ने उक्त सभी किसानों का दिल्ली जाने के लिए स्वागत किया गया। इस मौके पर किसान नेता सुखदेव सिंह कका व रवनीत वड़ैच ने कहा कि 26 जनवरी को जो घटना घटी उसके पीछे सरकार और प्रशासन की गहरी साजिश रही।
किसान की हार्ट अटैक से मौत
सिरसा (निस) : दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन का असर अब आमजन की भावनाओं से जुड़ता जा रहा है। गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसान नेता राकेश टिकैत के साथ पुलिस बर्ताव से आहत फूलकां के 71 वर्षीय किसान संत लाल कुलड़िया की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संत लाल उस समय टीवी पर पूरे मामले का लाइव प्रसारण देख रहा था। मृतक किसान के पुत्र ओमप्रकाश ने बताया कि परिवार के सभी लोग साथ बैठकर बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े 10 बजे तक टीवी देख रहे थे। साढ़े दस बजे लाइव प्रोग्राम देखते-देखते ज्यों ही वे चारपाई पर लेटे तो अचानक उनका हार्ट फेल हो गया।
खाद्य सामग्री लेकर रवाना
उचाना/जींद (हप्र) : दिल्ली टिकरी बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों के लिए पेयजल व खाद्य सामग्री लेकर शनिवार को उचाना क्षेत्र के बुडायन, मंगलपुर, कुचराना, करसिंधु, पालवां सहित विभिन्न गांवों से काफी संख्या में किसान ट्रैक्टरों के काफिलों के साथ रवाना हुए। इस दौरान किसान रामफल, जगबीर, मांगेराम, सुनील ने कहा कि दिल्ली टिकरी बॉर्डर से हर रोज एक गाड़ी अप-डाउन करेगी। हर रोज गांव से किसान भी दिल्ली आएंगे, जाएंगे। किसान आंदोलन को गांव का पूरा समर्थन है।
उपवास पर बैठे किसान
फतेहाबाद (निस) : अखिल भारतीय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज लघु सचिवालय के बाहर चल रहे पक्का मोर्चा स्थल पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहीदी दिवस पर किसानों द्वारा प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक उपवास किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान रामस्वरूप ढाणी गोपाल व खेती बचाओ संघर्ष समिति के नेता बंसीलाल सिहाग जांडवाला सौत्र ने संयुक्त तौर पर की।
गांव पाई में आंदोलन को लेकर सर्वजातीय पंचायत
कैथल (निस) : कैथल के गांव पाई में किसान आंदोलन को लेकर सभी जाति के लोगों की एक पंचायत बुलाई गई, जिसमें सभी से सहयोग की अपील की गई। गांव के लोगों ने भारी संख्या में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। गांवों में वॉलंटियर की ड्यूटी लगाई गयी, जो घर-घर जाकर हररोज दूध व लकड़ी इकट्ठा करेंगे ताकि दिल्ली बोर्डरों पर पहुंचाई जा सके। अहम फैसला लेते हुए गांव की कमेटी ने फैसला लिया कि हर घर से प्रति एकड़ 200 रुपये के हिसाब से चंदा इकट्ठा किया जायेगा।
राशन-पानी, सब्जियां लेकर किसान दिल्ली रवाना
सीवन (निस) : सीवन के किसान नेता अमरेंद्र सिंह खारा व पोलड़ से पूर्व सरपंच बलराज सिंह की अध्यक्षता में किसानों का एक दल राशन, हरी सब्जियां, पानी व दूध आदि लेकर सिंघु बार्डर दिल्ली के लिए रवाना हुए। लगभग 10 ट्रैक्टर-ट्रालियों व 10 वाहनों में लगभग 125 किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए।
मलिक खाप का फैसला, रवाना होंगे सैकड़ों किसान
पानीपत (एस) : किसान आंदोलन को लेकर जिले के गांव उग्राखड़ी में शनिवार को छह गांवों की महापंचायत हुई। जिसकी अध्यक्षता किसान नेता पूर्व सरपंच एवं पंचगामा प्रधान राजकुमार मलिक ने की। पंचायत में फैसला लिया गया कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेती तब तक सिंघु बोर्डर पर पंचगामा की तरफ से लंगर सेवा के साथ आंदोलन में हर तरह का समर्थन किया जाएगा। पूर्व सरपंच राजकुमार ने कहा कि कल रविवार को सुबह 35 से 40 ट्रैक्टर-ट्राली के साथ राशन लेकर दिल्ली के लिए रवाना होंगे। पंचायत में उग्राखेड़ी, कुटानी, निंबरी, रिसालू, राजाखेड़ी, नांगल खेड़ी गांव के किसान मौजूद रहे।
संगठनों के प्रदर्शन को लेकर सिख समाज में रोष
कुरुक्षेत्र (हप्र) : गुरुद्वारा श्री शीशगंज साहिब दिल्ली के बाहर आरएसएस सहित हिन्दू संगठनों द्वारा किए गए प्रदर्शन को लेकर सिख समाज में गुस्सा उफान पर है। सिख नेताओं ने चेताया है कि भाजपा ओछी राजनीति से बाज आए और देश का माहौल खराब करने का प्रयास न करे। पंजाब स्टेट इंडस्ट्री डेवलपमैंट निगम के निवर्तमान चेयरमैन जत्थेदार अमरजीत सिंह मंगी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते कहा कि अफसोस की बात है कि हिन्दू धर्म की रक्षा करने वाले गुरु साहिब के दरबार के सामने ही कथित हिन्दू संगठन आज प्रदर्शन करके ओछी राजनीति कर रहे हैं।