हरेंद्र रापड़िया/निस
सोनीपत, 26 नवंबर
किसान आंदोलन का एक साल पूरा होने और तीन कृषि कानून वापस होने की खुशी में किसानों ने शुक्रवार को शंभू से लेकर कुंडली बॉर्डर तक खूब जश्न मनाया। जश्न में शामिल होने के लिए पंजाब-हरियाणा से किसानों के सैकड़ों जत्थे वाहनों पर किसानी झंडे लगाकर नारेबाजी करते हुए कुंडली बॉर्डर पर पहुंचे। दिनभर किसानों का पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। जश्न में महिलाओं की भागेदारी भी काबिले-तारीफ रही। किसानों ने कृषि कानून वापसी के कदम को आंदोलन की पहली जीत करार दिया।
मुख्य मंच पर दिनभर अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों के संघर्ष की कहानी बयां की गई। धरनास्थल पर पहुंचने वाले किसानों के स्वागत में विशेष प्रबंध किए गए थे। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर करीब 45 जगह स्टाल लगाकर किसानों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया तो साथ ही हर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर लंगर का पंडाल लगाया, जिसमें प्रसाद वितरित किया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता डा. दर्शन पाल ने कहा कि पंजाब के किसान नेता के रूप में वे 100 प्रतिशत जीत चुके हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तौर पर में 65 प्रतिशत जीत हासिल हो चुकी है। अभी 35 प्रतिशत जीत बाकी है, जिसके लिए लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि आंदोलन का एक साल पूरा होने पर किसानों की फौज जीत चुकी है और आज विक्टरी मोड में है। किसान जश्न मना रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया 27 नवंबर को बड़ी बैठक है, जिसमें बड़े नेता भाग लेंगे। इस बैठक में उन 6 मुद्दों पर बात होगी, जो प्रधानमंत्री को लिखे गए हैं। इसके बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा। किसानों का कहना है कि इस बार वह अपने हक लेकर ही घरों को वापसी करेंगे।
‘एमएसपी पर कमेटी से अलग भी कई मुद्दे’
भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आंदोलन का एक साल पूरा हो गया है। इस खास मौके पर धरनास्थल पर लोगों का हुजूम जुटा है। पहले अपने शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी और अब वे जश्न मना रहे हैं, लेकिन सरकार को अभी बाकी मांगों पर भी बात करनी होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसपी कमेटी बनाने की बात तो कही गई है लेकिन कमेटी से अलग भी कई मुद्दे हैं, जिन पर बात होनी चाहिए। सरकार को इन मुद्दों पर भी बात करनी चाहिए। बाकी फैसला 27 नवंबर को होने वाली बैठक में होगा। कुंडली बॉर्डर पर एक बार फिर पंजाब हरियाणा का भाईचारा नजर आया। पंजाब से पहुंचने वाले किसानों को यहां पहले से मौजूद हरियाणा के किसानों सिर-आंखों पर बैठाया और चाय-पानी से उनकी सेवा की।
आंदोलन रहेगा जारी : किसान नेता बलदेव सिरसा, जंगवीर सिंह, रमिंदर सिंह पटियाल, मनजीत रॉय समेत कई प्रमुख किसान नेताओं ने कहा कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार एमएसपी का गारंटी का कानून नहीं बना देती, किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस नहीं ले लेती।