चंडीगढ़, 25 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा में सरकारी नौकरी पाने वाले क्लर्कों में से कइयों द्वारा धांधली करने का खुलासा होने के बाद अब राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने नौकरी पर लगे उन सभी क्लर्कों के अंगूठों का मिलान करने का निर्णय लिया है, जिनकी भर्ती आयोग द्वारा की गई थी। हरियाणा में कर्मचारियों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगती है। बायोमीट्रिक हाजिरी का नमूना लेकर आयोग जांच करेगा। इसके लिए आधार कार्ड बनाने वाली कंपनी के साथ आयोग ने एमओयू भी किया है।
आयोग ने स्पष्ट कहा है कि अगर अंगूठों का मिलान नहीं होता तो नौकरी पर लगे कर्मचारियों की नौकरी तो जाएगी ही साथ ही, उनके खिलाफ पुलिस केस भी दर्ज होगा। आयोग द्वारा 4858 क्लर्कों की भर्ती परीक्षा का संशोधित परिणाम पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों के बाद जारी किया है। आयोग द्वारा चयनित उम्मीदवारों के दस्तावेज, फोटो और बायोमीट्रिक मिलान किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के लिए आयोग ने अभी तक लगभग 6 हजार अभ्यर्थियों को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
बड़ी बात यह है कि इनमें से आधे अभ्यर्थी भी नमूना जांच के लिए नहीं पहुंचे। वहीं, आधा दर्जन के करीब ऐसे युवा पकड़ में आए हैं, जिन्होंने स्वीकार किया है कि उनके स्थान पर किसी और ने परीक्षा दी थी। इसके लिए उन्होंने पैसे भी दिए थे। बहरहाल, अब आयोग ने तय किया है कि परीक्षा में बैठने से लेकर दस्तावेजों की जांच तक की प्रक्रिया में बायोमीट्रिक प्रणाली से अभ्यर्थियों का सत्यापन होगा। इस पूरे सिस्टम के बाद भी अगर कोई युवा गलत तरीके से नौकरी हासिल करने में कामयाब होता है तो वह बायोमीट्रिक हाजिरी के दौरान पकड़ा जाएगा।
दस्तावेजों की हो रही जांच
चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का कहना है कि क्लर्क परीक्षा का संशोधित परिणाम घोषित करने के बाद अब दस्तावेजों की जांच चल रही है। बायोमीट्रिक मिलान भी हो रहा है। कुछ मामलों में गड़बड़ पकड़ी गई है। यह भी संभव है कि दूसरों की जगह परीक्षा देने वाले कुछ युवा अब बायोमीट्रिक मिलान के लिए जान-बूझकर नहीं आ रहे। उन्हें पकड़े जाने का डर हो सकता है। उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़ा करने वालों को बख्शेंगे नहीं। नौकरी पर लगे युवाओं की भी जांच होगी और गड़बड़ मिलने पर कानूनी कार्रवाई होगी।