पानीपत में बन रहा सबसे बड़ा 4 हजार एमटी का कोल्ड स्टोर
जिला में अभी 2-3 छोटे कोल्ड स्टोर, कुल मिलाकर सभी की क्षमता करीब 2 हजार मीट्रिक टन की
बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 6 जुलाई
जिला के किसान अब परांपरागत खेती को छोड़कर बागवानी विभाग के सहयोग से सब्जियों व फलों की खेती करने लगे हैं, लेकिन सब्जियों व फलों के दाम कम-ज्यादा होने पर उन्हें स्टोर करने के लिये किसानों को कोल्ड स्टोर की जरूरत पड़ती है। पानीपत में अभी 2-3 ही छोटे कोल्ड स्टोर हैं और उन सभी की क्षमता भी करीब 2 हजार मीट्रिक टन ही है। विशेषज्ञों के अनुसार सब्जियों व फलों की गुणवता को बरकार रखने के लिये आधुनिक बलास्ट तकनीक वाला बड़ा कोल्ड स्टोर कामयाब होता है, लेकिन जिला में ऐसा कोई भी कोल्ड स्टोर नहीं है, लेकिन अब बापौली खंड के गांव बेगमपुर ताहरपुर का किसान राकेश देशवाल अब बलास्ट तकनीक पर आधारित पानीपत का सबसे बड़ा 4 हजार मीट्रिक टन का 5 मंजिला कोल्ड स्टोर बना रहा है। कोल्ड स्टोर का निर्माण का करीब 60 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
किसान राकेश के अनुसार 3 माह में कोल्ड स्टोर बनकर तैयार हो जाएगा। यह कोल्ड स्टोर 5 मंजिला होगा और इसमें सब्जियों व फलों आदि के बैग मजदूरों की बजाये कनवेयर बेल्ट द्वारा ही कोल्ड स्टोर की सभी मंजिलों पर जाएंगे। इस स्टोर के बनने से जिला के सब्जी व फल उत्पादक किसान मंडियों में भाव कम होने पर अपने उत्पाद इसमें रख सकेंगे और जब सब्जी मंडियों में भाव ज्यादा होगा तो उनको बेच सकेेंगे। किसान राकेश देशवाल कोल्ड स्टोर के साथ ही आलू की प्रोसेसिंग यूनिट भी लगा रहा है और इससे जिला में आलू की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा।
35 फीसदी तक अनुदान दे रहा बागवानी विभाग
बागवानी विभाग के डीएचओ डाॅ. शार्दूल शंकर ने कहा कि बागवानी विभाग द्वारा कोल्ड स्टोर, फल पकाने की राईपिंग यूनिट, रेफ्रिजरेटिड वैन व सोलर पैनल लगाने पर 35 फीसदी अनुदान दिया जाता है। किसान 5 हजार एमटी का टाइप-1 कोल्ड स्टोर अधिकतम 5 करोड़ रुपये तक का और टाइप-2 का 5 हजार एमटी का 6 करोड़ रुपये तक का कोल्ड स्टोर लगा सकता है। विभाग ने कोल्ड स्टोर लगाने की राशि अब 4 से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपये कर दी है। उन्होंने बताया कि यह जिले का सबसे बड़ा कोल्ड स्टोर होगा और इसके चालू होने पर पानीपत में निश्चित रूप से बागवानी की फसलों को बढ़ावा मिलेगा।