झज्जर, 26 जून (हप्र)
कांग्रेस ने जिस प्रकार कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी थी, ठीक वैसी ही लड़ाई अब वे और उनकी पार्टी सेना के जवानों के हितों में लड़ने जा रहे हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रविवार को यह बात कही।
वे बेरी हलके के गांव दूबलधन में किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसान राजपाल कादियान की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पूर्व स्पीकर डा.रघुबीर सिंह कादयान भी मौजूद रहे। दीपेंद्र हुड्डा ने दिवंगत किसान के परिवारजनों से मिलकर सांत्वना दी और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर कांग्रेस विधायक दल की ओर से 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद भी प्रदान की।
उन्होंने कहा कि राजपाल कादियान जैसे किसानों की कुर्बानियों के चलते ही तानाशाह सरकार के खिलाफ किसानों की जीत हुई। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के लिए कुर्बानी देने वाले अन्नदाताओं की यादों को संजोकर रखना हमारी जिम्मेदारी है। अग्निपथ योजना पर सांसद दीपेंद्र ने कहा कि यह न देश हित में है, न देश की सुरक्षा के हित में, न फौज और जवानों के हित में है। सेना को कमजोर करने वाली इस योजना के खिलाफ कांग्रेस सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेगी। इसी कड़ी में सोमवार को पूरे देश में विधानसभा स्तर पर धरना प्रदर्शन होंगे। उन्होंने कहा कि संसद में सरकार ने बताया कि फौज में करीब 2 लाख से ज्यादा पद खाली हैं और तीन साल से भर्तियां बंद हैं। ऐसे में सरकार को अग्निवीर जैसा भद्दा मजाक करने की बजाय युवाओं को पक्का रोजगार देना चाहिए।
‘ राजहठ न दिखाए सरकार, वापस ले योजना’
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि एक साल से ज्यादा समय तक किसान शांति व संयम से रहे, इसलिये कृषि कानूनों के खिलाफ उनकी जीत हुई। इसी प्रकार अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं की जीत होगी। सरकार ने जैसे कृषि कानूनों को वापस लेते हुए किसानों से माफी मांगी, वैसे ही युवाआें से भी माफी मांगे और इस योजना को वापस ले। चंडीगढ़ से जारी बयान में दीपेन्द्र ने सरकार को चेताया कि फिर से ऐसी परिस्थिति न बने इसलिये इस मसले पर राजहठ न दिखाए।