झज्जर, 8 जुलाई (हप्र)
कोरोना संक्रमण से मरने के बाद नगर परिषद के कर्मचारियों ने मृतकों का श्मशानघाट में अंतिम संस्कार तो कर दिया लेकिन अभी तक अस्थियों के विसर्जन का इंतजाम न तो परिषद ने और न ही किसी अन्य ने किया। कोविड प्रोटोकॉल के तहत जिन लोगों का अंतिम संस्कार किया गया था, उनकी अस्थियां वहां से न उठने की वजह से श्मशानघाट में पड़ी रही। अक्सर कुत्तों को श्मशानघाट में पड़ी इन अस्थियों पर मुंह मारते देखा गया। लोगों ने जब इसे देखा तो परिषद के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। हालांकि कोई ऊपरी आदेश न होने के चलते परिषद के अधिकारी अपना पल्ला झाड़ते रहे। अब बहादुरगढ़ की सामाजिक संस्था मोक्ष सेवा समिति ने अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने का फैसला लिया है। बृहस्पतिवार को परिषद के कर्मचारियों ने श्मशान घाट से इन अस्थियों को एकत्रित किया और उन्हें समिति के सदस्यों को सौंप दिया। मोक्ष सेवा समिति के प्रधान सुरेंद्र चुघ ने कहा कि जब हमें जानकारी मिली तो हमने परिषद के अधिकारियों से सम्पर्क किया। इसके बाद परिषद के कर्मचारियों ने अस्थियों को एकत्रित कर हमें सौंप दिया। फिलहाल हम इन अस्थियों को बहादुरगढ़ में किसी धार्मिक संस्थान में रखेंगे। रविवार को इन अस्थियों को लेकर हम हरिद्वार जाएंगे। हरिद्वार कनखल में हमारा इन अस्थियों को विसर्जित करने का कार्यक्रम है।