बहादुरगढ़, 2 जून (निस)
तीन कृषि कानूनों को लेकर टीकरी बॉर्डर चल रहे किसान आंदोलन को छह माह से ज्यादा का समय हो चुका है, मगर अभी तक सरकार और किसानों के बीच चल रहा गतिरोध समाप्त नहीं हुआ है। ऐसे में किसानों ने एक बार फिर अपना आंदोलन तेज कर दिया है। किसानों ने 5 जून को सांसदों व विधायकों के घरों के सामने कृषि कानून की प्रतियां जलाने का फैला लिया है। आंदोलनरत किसानों ने कहा कि सरकार हठधर्मिता का रास्ता अपनाए हुए है, मगर वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक तीनों कृषि कानून निरस्त नहीं हो जाते।
बुधवार को पंजाब किसान यूनियन एवं केंद्रीय कमेटी सदस्य रलधू सिंह मानसा टीकरी बॉर्डर पर पहुंचे और किसानों को अपना समर्थन दिया। किसानों को सम्बोधित करते हुए रलधू सिंह मानसा ने कहा कि किसान आंदोलन मजबूती के साथ चल रहा है। किसी भी टोल पर जाओ आपका कहीं भी टोल नहीं कटेगा। कुल हिंद किसान सभा के प्रधान बलकरण बराड ने कहा कि सरकार ने कोरोना का बहाना बनाकर आंदोलन को समाप्त करने की कोशिश की, मगर किसान सब जानता है। यह सरकार कॉरपोरेट घरानों की है।
एशियन मुक्केबाजी मुकाबले में जीता कांस्य
आंदोलनरत किसानों ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली बॉक्सर स्वीटी बूरा को 4 जून को सम्मानित करने का फैसला लिया। बता दें कि हरियाणा की बॉक्सर स्वीटी बूरा ने एशियन बॉक्सिग चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया है। पदक जीतने के बाद स्वीटी बूरा ने अपना ये पदक किसान आंदोलन के दौरान शहादत देने वाले किसानों को समर्पित किया है। यह घोषणा मंच से धर्मेंद्र हुड्डा ने की।