चंडीगढ़, 18 अगस्त (ट्रिन्यू)
थाईलैंड सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरियाणा पैटर्न पर काम करेगी। हरियाणा की रणनीति को थाईलैंड सरकार ने बारीकी से समझा है। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों ने कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर से निपटने के अनुभव थाई सरकार के साथ सांझा किए। कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए बनाई गई प्लानिंग के बारे में भी अवगत करवाया।
राज्य के स्वास्थ्य व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा, भविष्य में थाईलैंड सरकार को पूरा सहयोग दिया जाएगा, ताकि कोविड जैसे अदृश्य वायरस से दुनिया के लोगों को बचाया जा सकें। कोविड के डेल्टा वेरियंट प्रसार के दौरान कोविड संकट प्रबंधन को संभालने के लिए राज्य सरकार के अनुभव के संबंध में थाईलैंड सरकार के साथ आयोजित वेबिनार के दौरान विज ने यह बात कही। वेबिनार में थाईलैंड के पूर्व उपप्रधानमंत्री सुवित खुनखिती व जनस्वास्थ्य उप-मंत्री साथित पितुतेचा सहित वहां के अधिकारी कनेक्ट हुए। पूर्व निर्धारित इस कार्यक्रम में विज स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों की पूरी टीम के साथ बैठक में मौजूद रहे। संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन, मॉलीक्यूलर परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना, कोविड देखभाल केंद्रों में बढ़ोतरी, दूसरी लहर में ऑक्सीजन हेल्प लाइन, टेली-मेडिसिन, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के लोगों को मुफ्त चिकित्सा उपचार और चिकित्सा सहायता प्रदान के बारे में विज ने थाई सरकार को अवगत करवाया। उन्होंने प्रदेश व जिला स्तर पर कमेटियों के गठन के बारे में भी बताया। विज ने बताया कि राज्य में पहला मामला 17 मार्च, 2020 को गुरुग्राम के सिविल अस्पताल में दर्ज हुआ था। इस पर तुरंत एक्शन करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी सचेत हुए और राज्यव्यापी प्रोटोकॉल को अमल में लाया गया।
लाभकारी होगा संवाद
थाईलैंड के पूर्व उपप्रधानमंत्री सुवित खुनखिती ने आशा व्यक्त की कि हरियाणा सरकार के विशेषज्ञों के साथ संवाद निश्चित रूप से लाभकारी होगा। उन्होंने कहा, उन कदमों को समझना महत्वपूर्ण है जिनके कारण राज्य में इस बीमारी में तेजी से गिरावट आई है। थाईलैंड के जनस्वास्थ्य उप-मंत्री साथित पितुतेचा ने कहा कि कोविड बढ़ रहा है। उनकी सरकार इस संकट से निपटने के लिए उठाए गए कदमों को समझने के लिए उत्सुक है।