कुरुक्षेत्र, 1 अगस्त (हप्र)
हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ ने जिला सचिवालय पर चिराग योजना के विरोध में आंशिक धरना प्रदर्शन किया। जिला उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
धरना, प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान राज पाल बामणिया ने की। मंच संचालन जिला प्रेस सचिव नरेश फुले ने किया।
हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के राज्य कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश सरोहा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 के लिए चिराग योजना के तहत सरकारी स्कूलों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को दूसरी से 12वीं कक्षाओं के बच्चों के दाखिले निजी मान्यता प्राप्त स्कूलों में करने का कार्यक्रम तय किया गया है।
इसके अन्तर्गत प्राइवेट स्कूलों में दाखिला लेने वाले बच्चों की 1100 रुपये तक फीस सरकार द्वारा दी जाएगी, जोकि सरासर गलत है। इस योजना से सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले विधार्थियों की संख्या दिन-प्रतिदिन कम होती जाएगी, जिससे एक दिन सरकारी स्कूल बंद होने के कगार पर पहुंच जाएंगे। यदि सरकारी स्कूल बंद हो जाएंगे तो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
सरोहा ने कहा कि सरकार माडल संस्कृति स्कूलों के नाम पर फीस ले रही है, जोकि गलत है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार प्राइवेट स्कूलों को दी जाने वाली फीस के बदले सरकारी स्कूलों में सुविधाए देती है तो उससे शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने मे बहुत मदद मिलेगी। चिराग योजना से अध्यापक वर्ग में भारी रोष है। इस अवसर पर शिक्षक ब्लाक बाबैन प्रधान बारू राम, पेहवा प्रधान सुरेन्द्र सिंह, नरेश फुले, रामदिया बहल, रमेश रंगा, रमेश बिब्यान, फूल कुमार, दारा सिंह, पवन कुमार उमरी, राजकुमार, राजबीर कौल, राजेन्द्र कुमार, ईश्वर सरोहा, अमर सिंह, यश पाल, परमजीत सिंह, दीना राम कैत, सुदर्शन, सुरेन्द्र पाल, रणजीत सिंह, अजीत कुमार, जयप्रकाश, प्रवेश कुमार, वेदप्रकाश, महावीर सिंह, प्रवीण कुमार, पवन कुमार, ताराचन्द, शिवकुमार, रविन्द्र कुमार, मनोज कुमार, रविन्द्र ढांडा आदि अध्यापक उपस्थित रहे।