रेवाड़ी, 28 जून (हप्र)
वीर भगत सिंह युवा दल के तत्वावधान में विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक कार्यक्रम ‘ठान लो तो जीत है’ का आयोजन बुधवार को रेवाड़ी स्थित संस्था कार्यालय पर किया गया। इसमें दल के प्रधान दिनेश कपूर ने कहा कि निरंतर प्रयत्न व दृढ़ विश्वास के आगे चुनौतियां छोटी पड़ जाती हैं और असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। उन्होंने दशरथ मांझी का उदाहरण देते हुए कहा कि पहाड़ी के रास्ते में देरी होने के कारण उनकी पत्नी का निधन हो गया था। इसके बाद अकेले मांझी ने छैनी और हथोड़ा लेकर कठिन व दृढ़ संकल्प से 22 साल की मेहनत के बाद पहाड़ को काट रास्ता बना दिया।
उपप्रधान प्रवीण ठाकुर व लर्नर टू लीडर के निर्देशक यतीश सिंगल ने कहा कि 1983 में जब हमारी क्रिकेट टीम विश्व कप खेलने इंगलैंड गई तो उसे सबसे कमजोर टीम माना गया था लेकिन टीम के कप्तान कपिल देव के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। उसने अपनी टीम में विश्वास भर दिया कि हमारी टीम संघर्ष कर, अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर विश्वकप जीत सकती है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों से उनके व्यक्तित्व संबंधी प्रश्न किए गए व प्रतिभाशाली छात्रों को शहीद-ए-आजम, भारत माता, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद के चित्र भेंट किए गए।