महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय में टैलेंट हंट, नेहा, गौरव, निर्जरा, तमन्ना और नंदिनी रही विजेता
Talent Hunt: महाराणा प्रताप महिला महाविद्यालय (Maharana Pratap College of Education For Women) में छात्राओं की प्रतिभाओं को उजागर करने और उन्हें मंच प्रदान करने के उद्देश्य से एक भव्य ‘टैलेंट हंट’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. वनिता गुप्ता ने की। इस अवसर पर छात्राओं ने उत्साह और आत्मविश्वास के साथ नृत्य, गायन, पेंटिंग, भाषण, कविता और वीडियोग्राफी जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया।
प्राचार्या डॉ. वनिता गुप्ता ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि टैलेंट हंट का उद्देश्य विद्यार्थियों के भीतर छिपी हुई विलक्षण प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें और अधिक निखारना है। उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित किया कि वे ऐसे मंचों के माध्यम से आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास को निरंतर आगे बढ़ाएं।
नृत्य प्रतियोगिता में नेहा (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने अपनी उत्कृष्ट लयबद्धता और कलात्मकता से प्रथम स्थान प्राप्त किया। मनीषा (बी.ए. द्वितीय वर्ष) द्वितीय और पूनम (बी.ए. प्रथम वर्ष) तृतीय स्थान पर रही। गायन प्रतियोगिता में गौरव (बी.ए. द्वितीय वर्ष) ने प्रथम, काजल (बी.ए. प्रथम वर्ष) ने द्वितीय और मनीषा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
ऑन द स्पॉट पेंटिंग में निर्जरा (बी.ए. अंतिम वर्ष) ने पहला स्थान हासिल किया, महकदीप (बी.ए. द्वितीय वर्ष) द्वितीय और पूजा (बी.कॉम. प्रथम वर्ष) तृतीय रही। भाषण प्रतियोगिता में अपनी प्रभावशाली अभिव्यक्ति से तमन्ना (बी.ए. द्वितीय वर्ष) ने प्रथम और प्रियंका (बी.ए. अंतिम वर्ष) ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। कविता प्रतियोगिता में धनवीर (बी.ए. द्वितीय वर्ष) प्रथम, दीपिका द्वितीय और रितिका तृतीय स्थान पर रहीं।
वीडियोग्राफी प्रतियोगिता में तकनीकी और रचनात्मक समझ का परिचय देते हुए नंदिनी (बी.ए. द्वितीय वर्ष) ने प्रथम, अमीषा (बी.लिब.) ने द्वितीय और अंशिका (बी.ए. तृतीय वर्ष) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विजेता छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक कमेटी की कन्वीनर डॉ. निर्मला और सदस्य डॉ. ऊषा, डॉ. गरिमा, डॉ. सुमन देवी तथा डॉ. सुमन बेनीवाल के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। आयोजन को सफल बनाने में अंजू बाला, पूनम बब्बर, अनु, डॉ. सुमन पाहूजा, डॉ. मंजीत और रेणु का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।