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प्रदेश में नये साल से शुरू होगा ड्राॅपआउट बच्चों का सर्वेक्षण

सरकारी स्कूलों के शिक्षक घर-घर पहुंच करेंगे डाटा इकट्ठा
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सांकेतिक फोटो।
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चंडीगढ़, 21 दिसंबर (ट्रिन्यू) (new education  policy)

राजकीय स्कूलों में ड्राॅपआउट सरकार के लिए चुनौती बनती जा रही है। शिक्षा विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का सर्वे कराने का फैसला लिया है। नए साल पर सर्वे की शुरुआत होगी। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सर्वे का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने वर्ष 2025-26 के शैक्षणिक स्तर में स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया है।

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इसे लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिला शिक्षा अधिकारी और शिक्षकों का विशेष सहयोग रहेगा। विभाग की ओर से अतिरिक्त जिला उपायुक्त, शिक्षा अधिकारी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी और समस्त जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा को पत्र लिखकर हिदायत दी गई है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए स्कूल छोड़ चुके बच्चों की पहचान के लिए सर्वे कराया जाए।

प्रदेशभर में नए साल की शुरुआत के पहली जनवरी 2025 को स्कूल स्तर पर सर्वे शुरू होगा। दरअसल, नई शिक्षा नीति-2020 के प्राथमिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्कूल छोड़ चुके बच्चों का नामांकन कराने की योजना तैयार की गई है। नई शिक्षा नीति का लक्ष्य है कि सभी बच्चे स्कूलों में नामांकित हों और नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण करें, इसको लेकर शिक्षा विभाग ड्राप आउट बच्चों का डाटा तैयार करेगा और नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होते ही उनका नामांकन शुरू किया जाएगा।

गरीबों के बच्चों को स्कूल लाने का लक्ष्य : शिक्षक बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं। आरटीई अधिनियम-2009 के तहत शत-प्रतिशत नामांकन का लक्ष्य जरूर निर्धारित किया गया है, लेकिन वह हासिल नहीं हो रहा है। शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होने से पहले विभाग की ओर से ड्रापआउट बच्चों का डाटा तैयार किया जाता है, यही नहीं उनका नामांकन भी होता है, लेकिन शैक्षणिक सत्र के बीच में ही स्कूल छोड़ देते हैं। फिलहाल शिक्षा विभाग का लक्ष्य एससी और एसटी समुदायों के साथ सड़क पर रहने वाले बच्चों, भिखारियों, अनाथ व बेघर, प्रवासी, विमुक्त जनजातियों के समूहों की आबादी को शिक्षा के साथ जोड़ना है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्कूल छोड़ चुके बच्चों का भी डाटा तैयार किया जाएगा ताकि उन्हें दोबारा से स्कूल लाया जा सके।

स्कूल स्तर पर 6 दिन चलेगा सर्वे : शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल स्तर पर छह दिन सर्वे का प्लान तैयार किया है। पहली जनवरी 2025 से लेकर 6 जनवरी तक सर्वे चलेगा। शिक्षक गांव स्तरपर सर्वे करेंगे। स्कूल न जाने वाले बच्चों की सूची तैयार करके स्कूल मुखिया को मुहैया कराई जाएगी। इसके बाद स्कूल मुखिया सूची को कलस्टर प्रमुख को मुहैया कराएंगे।

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