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प्रकृति के पहरेदार सुनील हवलदार

शगुन में पैसे नहीं, पौधे और तिरंगा देते हैं
कैथल में पौधे लगाते हुए पर्यावरण प्रहरी सुनील संधु व अन्य । -हप्र
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ललित शर्मा/ हप्र

कैथल, 27 जुलाई

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खाकी वर्दी यूं तो समाज की सुरक्षा के लिए होती है, लेकिन कैथल में तैनात हरियाणा पुलिस के हवलदार सुनील सुंध पर्यावरण के भी प्रहरी हैं। प्रकृति संरक्षण के अभियान में वे ऐसे जुटे हैं कि लोग उन्हें पौधों वाला पुलिसिया कहते हैं। पिछले 13 वर्षों में करीब 50 हजार पौधों का संरक्षण कर चुके सुनील ने प्रकृति को सहेजने का प्रण कर रखा है। पौधे लगाने हों तो वे गड्ढे खोदने लग जाते हैं। पौधों को बचाना हो तो ट्री-गार्ड लगा देते हैं। पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए वे साइकिल पर गांव-गांव जाते हैं। स्कूलों में बच्चों को पर्यावरण का पाठ पढ़ाकर उनके नाम से न सिर्फ पौधे लगाते हैं, बल्कि उनकी देख-रेख करने वाले बच्चों को सम्मानित भी करते हैं। सुनील कहते हैं, पौधे लगाना उनका मकसद नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण करना उनका ध्येय है। जिद ऐसी कि गड्ढे खोदने के लिए बिजली की मशीन ही खरीद ली और उसे अपनी सरकारी गाड़ी में रखते हैं।

ट्रेनिंग के दौरान पनपा बीज : सुनील संधु बताते हैं कि वे जुलाई 2011 में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। ट्रेनिंग के दौरान उनसे पौधे लगवाए जाते थे। ऐसी प्रेरणा मिली कि इसके बाद उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को अभियान में बदल दिया। उन्होंने बताया कि कैथल पुलिस लाइन, अनाज मंडी चौकी, बरटा के बाग, बरटा गांव की आंगनवाड़ी में उनके लगाए गए पेड़ों की छांव में बुजुर्ग बैठते हैं। छोटे बच्चे उनके लगाए पेड़ों के फल खाते हैं। वे ज्यादातर पेड़ किसी चारदीवारी के अंदर लगाते हैं, ऐसी जगहों पर जहां माली, चौकीदार व कोई अन्य उनकी रक्षा करने वाला हो। अगर किसी विवाह, जन्मदिन, रिटायरमेंट या अन्य मौके पर जाते हैं तो वे शगुन के तौर पर नकदी देने के बजाय तिरंगा और पौधा भेंट करते हैं।

नशे के खिलाफ लड़ाई : हवलदार संधु जहां पेड़-पौधाें से प्यार करने का संदेश फैला रहे हैं, वहीं नशे के खिलाफ लड़ाई भी लड़ रहे हैं। वे पुलिस की नशामुक्ति टीम का हिस्सा हैं। वे ‘नशामुक्त गांव, नशामुक्त शहर व नशामुक्त हरियाणा’ के लिए काम कर रहे हैं। संधु पिछले 5 वर्षों से तिरंगा अभियान भी चला रहे हैं। खास मौकों पर वे घर-घर जाकर तिरंगा बांटते हैं। पिछले स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने अपने गांव बरटा को तिरंगे के रंग में रंग दिया था। सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें डीजीपी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय सम्मानित कर चुके हैं।

आने वाली पीढ़ियों को मिले स्वच्छ हवा...

पर्यावरण प्रहरी सुनील संधु कहते हैं- प्रदूषण से हवा जहरीली हो रही है। जिंदगी बहुत छोटी हो रही है। सब अपने बारे में सोच रहे हैं, लोगों के मन में यह बात नहीं आ रही कि हम आने वाली पीढ़ी को क्या देकर जाएंगे। लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक हों, ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाएं। आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ हवा देना ही मेरा लक्ष्य है।

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