अम्बाला, 13 फरवरी (निस)
तिलहन व दलहन की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करने वाली राज्य सरकार इस बार किसानों को सूरजमुखी का बीज नहीं दिला पा रही है। इतना ही नहीं, सूरजमुखी के बीज की कमी बताकर खुलेआम ब्लैक हो रही है लेकिन इस पर भी कृषि विभाग का अंकुश नहीं है। स्थिति तो यहां तक है कि पिछले साल की अपेक्षा इस बार सूरजमुखी का बीज 5 गुना दामों पर ब्लैक में मिल रहा है। कृषि विभाग को इस बात की जानकारी किसानों द्वारा दे दी गई है लेकिन इसके बावजूद ब्लैकियों पर कोई एक्शन नहीं हुआ है।
पिछले साल सूरजमुखी का बीज प्रति एकड़ 16 सो रुपये तक मिल रहा था, जो इस बार बढ़कर 9000 तक हो गया है। क्योंकि अम्बाला जिले में बारिश की वजह से गेहूं व सरसों के बहुत से खेत खराब हो गये हैं इसलिए किसानों ने इन खेतों में अब सूरजमुखी का बीज लगाने की कोशिश शुरू कर दी है परंतु बीज के बढ़ते दामों की वजह से किसान परेशान हैं।
डीडीए नहीं उठा रहे फोन
जिला कृषि उप निदेशक डीडीए गिरीश नागपाल से इस बार कई बार फोन कर पूछना चाहा लेकिन उन्होंने फोन ही नही उठाया। उन्ही के दफ्तर एक कर्मी ने बीज के ब्लैक के बारे में अनभिज्ञता जरूर जताई।
बीज संकट से किसान परेशान
गांव चुड़ियाला के एक किसान ने बताया कि उसे इसी महीने सूरजमुखी के 15 एकड़ खेत लगाने थे लेकिन बीज की ब्लैक के कारण वह असमंजस में है। उसने बताया कि पिछले साल उसके पास 12 एकड़ सूरजमुखी थी, लेकिन इस बार बीज के संकट में उन्हें परेशान कर दिया है। किसान बीज विक्रेताओं के पास दिन-रात चक्कर लगा रहे हैं। कहीं बीज नहीं मिल रहा है, कहीं मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं।