गोहाना, 13 अप्रैल (निस)
बैसाखी का पर्व मंगलवार को शहर में पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में स्थित मुख्य गुरुद्वारे में हर्षोल्लास से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने सामूहिक तौर से सुखमणि साहिब का पाठ किया। इसके उपरांत गुरु घर का अटूट लंगर वितरित किया गया। मुख्य गुरुद्वारे का इस समय जीर्णोद्धार किया जा रहा है। सौन्दर्यीकरण का कार्य अंतिम चरण में है। मुख्य गुरुद्वारे में सुखमणि साहिब के पाठ की अध्यक्षता गुरुद्वारे के अध्यक्ष सरदार काबुल सिंह ने की तथा कार्यक्रम का संचालन गुरुद्वारे के महासचिव डा. सुरेश सेतिया ने किया। संयोजन जगदीश चिन्दा, हरीश हंस, केसर दास, सूबे सिंह, सरदार कर्ण सिंह और दीपक चावला के साथ हैड ग्रंथी भाई सुखविन्द्र सिंह ने किया। महिलाओं की टीम में शशिबाला, मतिन्द्रजीत कौर, सुनीता हंस, कमलेश कुमारी, बलवन्त कौर, भोली हंस, सुमित्रा देवी, अंजलि रेवड़ी और कृष्णा रेवड़ी ने सस्वर पाठ कर संगत को निहाल किया। मुख्य गुरुद्वारे के अध्यक्ष सरदार काबुल सिंह ने बैसाखी के महत्त्व पर प्रकाश डाला।
गुरुद्वारों में किया शबद कीर्तन
नूंह/मेवात (निस) : जिला में मंगलवार को बैसाखी पर्व मनाया गया। इस पर्व पर भी कोरोना का पूरा असर देखने को मिला। गुरुद्वारों में पाठियों व रागियों ने महज औपचारिकता के तौर पर शबद कीर्तन व गुरुबाणी का पाठ कर अरदास की। ज्ञानी गुरुमीत सिंह ने बताया कि बैसाखी पर्व पर दशम गुरु गोबिन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। नियमों के तहत आज गुरुद्वारों में लंगर का भी आयोजन किया गया।