कनीना, 16 अप्रैल (निस)
जीएल पब्लिक स्कूल कनीना में मंगलवार को दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्ट सुविधा नहीं होने के चलते कोई भी छात्र स्कूल में नहीं आया। स्कूल में टीचिंग तथा नाॅन टीचिंग स्टाफ सहित प्रशासक डीटीपी महावीर प्रसाद उपस्थित रहे। गांव ही नहीं बल्कि कनीना शहर के अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं।
कुछ अभिभावकों में हादसे से भय बना हुआ तो कुछ बसों के अभाव में स्कूल से किनारा कर रहे हैं। इस बारे में स्कूल प्रशासक महावीर प्रसाद ने बताया कि स्टाफ ने अभिभावकों से संपर्क साधा है। वे अपने बच्चों को स्कूल में भेजने के लिए तैयार हैं, लेकिन परिवहन व्यवस्था नहीं होने के चलते विद्यार्थी स्कूल में नहीं आ पा रहे हैं। इस स्कूल में 750 विद्यार्थियों का पंजीकरण है। शिक्षा सत्र के आरंभ होने के बाद कुछ अभिभावकों द्वारा फीस भी अदा नहीं की गई है। इससे पहले विद्यार्थी बस और क्रूजर जैसी गाड़ी से स्कूल पहुंचते थे। इन वाहनों की फिटनेस नहीं होने के चलते वे ब्रेकडाउन हैं तथा प्रशासन की निगरानी में है। अभिभावक अपने स्तर पर परिवहन व्यवस्था करने पर विचार कर रहे हैं।
इस बीच स्कूल बस हादसे के मुख्य आरोपी बस चालक धर्मेंद्र निवासी सेहलंग ने पुलिस पूछताछ में कहा कि उसके पास नारनौल अथॉरिटी से जारी किया हुआ हलके व भारी वाहन का लाइसेंस था। पुलिस ने जांच करते हुए इन्हें लाइसेंस अथॉरिटी से रद्द करने की अनुशंसा की है।
एसडीएम ने स्कूल संचालकों को दिए निर्देश
कनीना (निस): स्कूल बस हादसे के बाद उपमंडल प्रशासन की ओर से व्यवस्था ठीक करने का प्रयास जारी है। मंगलवार को नगरपालिका कार्यालय में एसडीएम सुरेंद्र सिंह तथा डीएसपी महेंद्र सिंह ने निजी विद्यालयों के संचालकों व प्रबुद्धजनों को जागरूक किया। एसडीएम सुरेन्द्र सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल बसों की स्पीड पचास किमी. प्रति घंटा से अधिक नहीं हो तथा भीड़भाड़ वाले स्थानों पर 30 किमी. प्रति घंटा होनी चाहिए। बसों में एल्को सेंसर व स्पीड गर्वनर लगे हों, स्कूल वाहन का रंग पीला हो तथा आगे एवं पीछे स्कूल वाहन लिखा होना चाहिए। इस बीच मृतक बच्चों की आत्मिक शांति के लिए मंगलवार को महंत लक्ष्मण गिरि गौशाला बूचावास में शांति हवन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता महंत विट्ठलगिरि ने की। हवन में दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर अमित मदाना रोहतक, विजय भुरथला, नवीन पाथेड़ा, बलवान सिंह, कृष्णा देवी, ब्रह्मप्रकाश, अतर लाल, पवन कुमार, दीपक यादव मौजूद रहे।