छात्र शिक्षकों को आदर्श मानते हैं, इसलिए शिक्षकों को ईमानदार, निष्ठावान रहना चाहिए : कर्नल अरुण दत्ता
करनाल, 28 जून (हप्र)
करनाल इंटरनेशनल स्कूल में दो दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन चेयरमैन कर्नल अरुण दत्ता के दूरदर्शी मार्गदर्शन में किया गया। इसका उद्देश्य शिक्षकों को आधुनिक शैक्षिक उपकरणों और रणनीतियों के प्रति जागरूक करना था। दोनों दिनों के लिए विवेक मान को संसाधन व्यक्ति के रूप में आमंत्रित किया गया, जिन्होंने अत्यंत प्रभावशाली और रोचक सत्रों का संचालन किया। चेयरमैन ने स्कूल की दृष्टि—बच्चों को भविष्य के लिए तैयार बनाने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि आप सिर्फ शिक्षक नहीं हैं, बल्कि अपने छात्रों के मार्गदर्शक और रक्षक हैं। आप उन्हें सफलता की ओर बढऩे का साहस, दिशा और आत्मबल प्रदान करते हैं। देश का भविष्य आपकी कक्षाओं में है, और आपकी भूमिका स्कूल की चारदीवारी से कहीं आगे तक प्रभाव डालती है।
उन्होंने कहा कि करनाल इंटरनेशनल स्कूल का उद्देश्य सिर्फ बच्चों को शिक्षित करना नहीं, बल्कि उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने छात्रों और स्वयं में तीन प्रमुख गुणों आत्म-सम्मान, आत्म-अनुशासन और आत्म-सज्जा का विकास करें। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि छात्र अपने शिक्षकों को आदर्श मानते हैं, इसलिए शिक्षकों को ईमानदार, निष्ठावान और पूर्ण समर्पित रहना चाहिए। कार्यक्रम में 45 शिक्षकों ने उत्साह और समर्पण के साथ भाग लिया। कार्यक्रम का समापन प्राचार्या गरिमा के उत्साहवर्धक संदेश के साथ हुआ।