चंडीगढ़, 29 अप्रैल (ट्रिन्यू)
अम्बाला कैंट में बन रहा 1857 की क्रांति के शहीदों का स्मारक तकनीक और इतिहास का ऐसा बेजोड़ संगम होगा जो हमारी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। यह बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को दिल्ली में लाल किला के म्यूजियम के दौरे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृह मंत्री अनिल विज के साथ दिल्ली में लाल किले के म्यूजियम के दौरे पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति अम्बाला से शुरू होने के पुख्ता प्रमाण हैं। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने न केवल म्यूजियम में इस्तेमाल होने वाली तकनीक को समझा बल्कि शहीद स्मारक के स्ट्रक्चरल प्लान पर भी चर्चा की। मीडियम की तकनीकी टीम ने मुख्यमंत्री को एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि अम्बाला कैंट में बन रहे शहीद स्मारक में किस तरह से नई तकनीक को जोड़कर रोमांच बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने म्यूजियम के लाइट और साउंड शो के बारे में भी जानकारी ली।
लाल किले से वापस आने के बाद हरियाणा भवन में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने बताया कि शहीद स्मारक का भवन संबंधी कार्य लगभग पूरा हो चुका है, केवल तकनीक से जुड़ी कुछ चीजों को पूरा होने में थोड़ा वक्त और लग सकता है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि 1 साल के अंदर शहीद स्मारक पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।
इस मौके पर गृह मंत्री अनिल विज ने म्यूजियम की तकनीकी टीम के साथ शहीद स्मारक की ऐतिहासिकता और शहीदों की गौरव गाथा से जुड़ी कहानियों पर भी चर्चा की।