यमुनानगर, 14 जून (हप्र)
गांव औरंगाबाद बाईपास के समीप सोमवार की देर रात एक बस और ट्रक के बीच में जोरदार टक्कर से एक यात्री की मौके पर मृत्यु हो गयी है और आधा दर्जन यात्री गम्भीर रूप से घायल हो गए। ट्रक चालक मौके से ट्रक छोड़कर फरार हो गया।
बस यात्रियों ने बताया कि ट्रक में टूटा हुआ कांच भरा हुआ था और ट्रक चालक ट्रक को सड़क के बीच से मोड़ रहा था कि तभी बस उससे टकरा गई।
बस को लगी टक्कर के बाद बस के अगले हिस्से के परखचे उड़ गए और बस में सवार विजय नाम के एक यात्री की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन के करीब लोग घायल हो गए। इनमें जिसमें एक यात्री की गम्भीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। बस में लगभग सौ से अधिक यात्री सवार थे, जोकि जीरकपुर से यूपी के बदायूं शहर में जा रहे थे।
यात्रियों की मानें तो एक जोरदार धमाके के बाद बस में बैठी सवारियां खिड़कियों से बाहर जा गिरी थी। बस में आगे सामने बैठी महिला का कहना है कि ट्रक सड़क के बीच में ही चालक मोड़ रहा था और बस के ड्राईवर ने ब्रेक लगाई फिर भी वह ट्रक से जा टकराई और यह दुर्घटना हो गई।
यमुनानगर सदर थाने के प्रभारी बोले
यमुनानगर सदर थाने के प्रभारी सुभाष चन्द्र ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सड़क से कांच को हटाने के लिए जेसीबी की मदद लेकर कांच को सड़क से हटाया गया और जाम को खुलवाया गया। पुलिस ने ट्रक को अपने कब्जे में लेकर केस दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी।
हादसों का मुख्य कारण ब्लैक स्पॉट
हरियाणा में हर साल सड़क हादसों में सैकड़ों जानें चली जाती हैं। हादसों के बाद कुछ मामलों में कार्रवाई होती है, लेकिन हादसों के कारणों की गहराई तक कोई नहीं जाता। इसके चलते हर साल हादसों में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
सड़कों पर होने वाले हादसों का कारण जहां ब्लैक स्पॉट हैं, वहीं सड़कों के किनारे खड़े पेड़ और पेड़ों के आसपास गुजर रही हाई टेंशन तारें भी हादसों का बड़ा कारण हैं। अकेले यमुनानगर में 54 ऐसे ब्लैक स्पॉट हैं, जहां पिछले 3 वर्षों में 5 दुर्घटनाएं या 10 से ज्यादा मौतें हुई हैं। जिला परिवहन अधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र के नेतृत्व में पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यकारी अभियंता, उपमंडल अधिकारी, बिजली निगम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर, कार्यकारी अभियंता, उप मंडल अधिकारी, फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी, पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारी, यातायात पुलिस थाना प्रभारी एवं हरियाणा रोड सेफ्टी काउंसिल के सदस्य सुशील आर्य ने दौरा किया।
डॉक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की कई सड़कें टूटी हुई हैं। इसके अलावा सड़कों के किनारे वन विभाग के पेड़ खड़े हैं। उनके आसपास तारें गुजर रही हैं, जो अक्सर हादसों का कारण बनती हैं।
उन्होंने कहा कि बिजली व फॉरेस्ट विभाग में तालमेल की कमी है। उन्होंने कहा कि कई इलाकों में यह भी देखने में आया कि पब्लिक हेल्थ के सीवरेज के ढक्कन टूटे हुए हैं या खुले हुए हैं, वह भी दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। डॉक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि अब जो विभाग इस संबंध में तय समय सीमा में कार्रवाई नहीं करेगा उसके खिलाफ उपायुक्त के माध्यम से कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि यमुनानगर के औरंगाबाद बस अड्डे का शेल्टर टूटा हुआ है, जिसे लंबे समय से हटाया नहीं गया। वह भी हादसों का कारण बन रहा है। इसके लिए न तो रोडवेज के जीएम और न ही पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी गंभीर हैं। अब इसके लिए इन दोनों विभागों को तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।