जींद, 20 जुलाई (हप्र)
जींद जिला के उचाना विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले खापड़ व छातर गांवों में कथित तौर पर प्रभावशाली लोगों द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने व खरक गादिया गांव के मामले में बुधवार को आंदोलनकारियों व पुलिस प्रशासन के बीच सहमति बन गई हैे। इसके बाद धरना संचालक दिनेश खापड़ ने मीडिया से बातचीत में धरना स्थगित करने की घोषणा की।
बता दें कि तीनों गांवों के अनुसूचित जाति से संबंध रखने वाले पीडि़त लोग पिछले 275 दिन से जींद लघुसचिवालय के बाहर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर बेमियादी धरना दे रहे थे। गत मंगलवार को प्रशासन ने धरने की परमिशन ना होने का हवाला देते हुए इनके टैंट को उखाड़ दिया था।
बुधवार को धरना संचालक समेत अन्य आंदोलनकारियों, डा. बीआर अंबेडकर सभा के प्रतिनिधियों, डीएसपी रवि खुडिंया समेत कई अन्य अधिकारियों व सामाजिक लोगों की मध्यस्ता से पुलिस प्रशासन के साथ सहमति बनी।
धरना संचालक ने बताया कि उनकी जो मांगें थीं, उनमें से प्रशासन ने अधिकतर पूरी कर दी हैं। शेष मांगें जल्द ही पूरी करने का आश्वासन दिया गया है। इसके बाद उन्होंने अब यह धरना स्थगित कर दिया है। वहीं, डीएसपी रवि खंडिया ने कहा कि देर से सही, लेकिन अब आंदोलनकारी प्रशासन की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।