अरविंद शर्मा/निस
जगाधरी, 8 मई
इस बार रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ रही है। इसके असर से इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षी भी अछूते नहीं हैं। आसमान से बरस रही आग पशुओं की सेहत बिगाड़ रही है।
पशु चिकित्सकों की मानें तो पशुओं में स्ट्रेस, पेचिस व बुखार तेजी से फैल रहा है। प्रचंड गर्मी से दुधारू पशुओं का दूध उत्पादन 30 फीसदी तक गिर गया है।
पशुपालक प्रकाश चंद, सुनील कुमार, चंद्रकांत, मंगा राम, ईशम सिंह आदि ने बताया कि पशुओं की खुराक बहुत कम हो गई। दुधारू पशुओं का 30-35 फीसदी तक दूध कम हो गया है।
पशुओं में बुखार की समस्या ज्यादा : पशु चिकित्सक
पशुपालन विभाग के पूर्व पशु चिकित्सा अधिकारी डा. संत भारद्वाज का कहना है कि पड़ रही रिकार्ड गर्मी से पशुओं की सेहत बिगड़ रही है। इस बार गर्मी दो हफ्ते एडवांस चल रही है। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा दिक्कत गायों को है। इनमें अमेरिकन क्रॉस ब्रीड गाय व इनके बच्चे खास तौर पर प्रभावित हो रहे हैं। काफी गौवंश बुखार की समस्या से ग्रस्त है। छोटे बच्चों में चीचड़ व पेचिस की समस्या बढ़ रही है। प्रचंड गर्मी के कारण पशुओं का दूध 30 प्रतिशत तक कम हो गया है।
हीट स्ट्रोक से बचाव के उपाय
डा. संत भारद्वाज का कहना है कि हीट स्ट्रोक से पशुओं को बचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आजकल बरसीम में सूंडी आ जाती है, इसलिए इसे ध्यान से खिलाएं। पशुओं को छायादार व हवादार जगह में रखे। इन्हें ताजा चारा ही दें। पशुओं को दिन में कम से कम तीन बार साफ पानी से नहायें। इन्हें सुबह, दोपहर, शाम व देर रात गए पानी पिलाएं। पशुओं की खुराक पर विशेष ध्यान दें। पशुओं के व्यवहार में तबदीली देख इनकी तुरंत पशु चिकित्सक से जांच कराएं। सुबह-शाम पशुओं को हो सके तो कुछ देर के लिए खुला भी छोड़ दें।