यमुना तटबंध को मजबूत करने को लगाई जा रही पत्थरों की ठोकरें
पानीपत, 29 जून (हप्र)
पानीपत जिला में बाढ़ बचाओ प्रबंधन के तहत सिंचाई विभाग के चार जेई की टीमें यमुना तटबंध को मजबूत करने को लेकर विभिन्न गांव में पत्थरों की पुरानी ठोकरों की मरम्मत, पत्थरों की नई ठोकरें बनाना, तटबंध पर ईंटों की लाइनिंग व पत्थरों पर तार लगाकर पिचिंग करवाई जा रही है। पानीपत जिला में इस बार करीब 6 करोड़ के कार्य सिंचाई विभाग द्वारा करवाये जा रहे हैं।
गांव तामशाबाद में एक करोड़ की लागत से पत्थरों की दो ठोकरों की मरम्मत, दो नई ठोकरें बनाना और 500 फीट में पिचिंग की जा रही है, जबकि तामशाबाद में ही पांच ठोकरों की मरम्मत करीब 15 दिन पहले ही की जा चुकी है। राणा माजरा में दो नई पत्थरों की ठोकरें बनाई जा रही हैं और 500 फीट की पिचिंग की जा रही है। गांव पत्थरगढ़ में करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से पौने दो किमी में तटबंध की ईंटों से लाइनिंग का काम तेजी से चल रहा है।
विभाग के जेई मोहित और एसडीओ सतीश कुमार की देखरेख में यह कार्य चल रहा है। गांव खोजकीपुर में एक करोड़ की लागत से 10 ठोकरों की मरम्मत का कार्य जेई हरीश की देखरेख में चल रहा है। गांव नन्हेड़ा में 60 लाख की लागत से एक ठोकर बनाना व दो की मरम्मत का काम जेई प्रदीप की देखरेख में चल रहा है। मिर्जापुर गांव में 50 लाख की लागत से एक रिवरमेंट नई स्टड बनाने का काम चल रहा है। जेई प्रवीन भी अपने गांव में तटबंध को मजबूत करने को लेकर कार्य करवा रहे हैं।
सिंचाई विभाग के एक्सईएन सुरेश सैनी व एसडीओ सतीश कुमार ने बताया कि पानीपत जिला के एरिया में बाढ़ बचाओ प्रबंधन के तहत तटबंध को मजबूत करने को लेकर सभी आवश्यक कार्य किये जा रहे हैं और सिंचाई विभाग की टीमें पूरी तरह से अलर्ट हैं।
यमुना नदी में बढ़ रहा जल स्तर
यमुना पुल पर केंद्रीय जल आयोग के जेई प्रवीन ने बताया कि यमुना में शनिवार को करीब 12 हजार क्यूसिक पानी बह रहा था, लेकिन पहाड़ों पर बारिश के चलते रविवार को दिन में करीब 40 हजार क्यूसिक पानी चल रहा है। प्रवीन ने बताया कि रात तक इसके 50 हजार क्यूसिक तक बढ़ने की संभावना है।