चंडीगढ़, 24 फरवरी (ट्रिन्यू)
पंजाब के बाद अब हरियाणा के युवाओं में भी नशे की लत बढ़ रही है। प्रदेश के 10 जिले नशे की चपेट में हैं। इनमें सिरसा, रोहतक, हिसार, फतेहाबाद, करनाल, नूंह, अंबाला, कुरुक्षेत्र, पानीपत व सोनीपत शामिल हैं। ये वे जिले हैं, जो केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची में नशे की चपेट में आए देशभर के 272 जिलों में शामिल हैं। नशा तस्करों पर लगाम कसने के लिए सरकार ने स्टेट एक्शन प्लान तैयार किया है।
बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा गृह मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एक्शन प्लान का खुलासा किया। नशे की चपेट में आए युवाओं को इससे दूर रखनेे के लिए नशा मुक्ति केंद्रों की संख्या भी बढ़ेगी। साथ ही, उनकी काउंसलिंग भी होगी। दूसरी ओर, इसमें लगे लोगों को चिह्नित किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने टोल फ्री नंबर 9050891508 भी सार्वजनिक किया है, जिस पर आम लोग नशे और इससे जुड़े लोगों के बारे में सूचना दे सकेंगे।
सीएम ने बताया कि पिछले दिनों इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। राज्य सरकार ने 2018 में ही नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का गठन किया था। मधुबन में इसका मुख्यालय बनाया गया है। उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, नयी दिल्ली व जम्मू-कश्मीर ने साथ मिलकर पंचकूला में एंटी-ड्रग सेंटर भी स्थापित किया है। सीएम ने कहा कि अब व्यापक मुहिम नशे के खिलाफ चलेगी।
उन्होंने कहा कि नशे की लत छुड़वाने के लिए अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में नशामुक्ति केंद्र बनेंगे। पहले से भी नशामुक्ति केंद्र हैं, लेकिन इनकी संख्या और बढ़ेगी। मार्च में इन सभी टीमों के गठन का ऐलान करते हुए सीएम ने कहा कि अप्रैल से स्टेट एक्शन प्लान पर काम शुरू हो जाएगा। अप्रैल से जुलाई तक यानी 4 माह पूरे प्रदेश में नशे के खिलाफ मुहिम चलेगी। लोगों को जागरूक किया जाएगा।
केस की तह तक पहुंचेगी पुलिस : अनिल विज
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नशे से जुड़ा केस छोटा हो या बड़ा, पुलिस उसकी जांच तब तक बंद नहीं करेगी, जब तब कि तह तक नहीं पहुंच जाती। प्रदेश को पूरी तरह से नशामुक्त किया जाएगा। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अलावा हरियाणा पुलिस की मुहिम भी जारी रहेगी। विज ने कहा कि पुलिस ड्रग, जुआ, शराब, सट्टा, गैर-कानूनी हथियार को लेकर नियमित रेड कर रही है। सभी जिलों के एसपी की साप्ताहिक रिपोर्ट आती है। एक साल में 18 हजार 937 रेड हुई हैं और 4879 मुकदमे दर्ज हुए। कुल 5379 लोगों को गिरफ्तार किया है और 65 लाख से अधिक की नकदी बरामद की है। पुलिस ने 172 पिस्तौल, 202 कारतूस के अलावा 76 हजार से अधिक अवैध शराब की बोतलें पकड़ी हैं। बदमाशों व ड्रग कारोबार से जुड़े लोगों को नसीहत देते हुए विज ने कहा, ‘बदमाशी छोड़ दो या फिर हरियाणा छोड़ दो।’
स्लोगन देने वाले को मिलेगा अवार्ड
सीएम ने कहा कि प्रदेश को नशामुक्ति बनाने के लिए शुरू होने वाली मुहिम का नाम अभी तय नहीं हुआ है। मीडिया के साथ प्रदेश के आम लोगों को ऑफर देते हुए उन्होंने कहा कि इस मिशन को लेकर अच्छा ‘स्लोगन’ व नाम बताने वाले को सम्मानित भी किया जाएगा।
अटैच होगी ड्रग माफिया की प्रॉपर्टी
विज ने कहा कि ड्रग माफिया और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों पर कानूनी कार्रवाई के साथ और भी एक्शन होगा। पुलिस ऐसे लोगों की प्रॉपर्टी को अटैच करेगी। करनाल, कुरुक्षेत्र और सिरसा में इस तरह के कुछ मामलों में नशे के सौदागरों की प्रॉपर्टी अटैच की जा चुकी है।
गांव और शहरों में वार्ड स्तर पर होगी मिशन टीम
मुख्यमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान से नशीले पदार्थ पंजाब और हरियाणा के रास्ते देश के दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। इन पर भी सरकार की पैनी नजर रहेगी। युवाओं में नशे का प्रचलन लोगों के लिए समाज के सहयोग से कार्यक्रम चलेगा। विलेज मिशन टीम बनेंगी। इसी तरह से वार्ड मिशन टीम, कलस्टर टीम, सब-डिवीजन टीम, डिस्ट्रिक्ट टीम और स्टेट लेवल टीम होगी। गांव व वार्ड स्तर की टीमों में 10 लोगों को शामिल किया जाएगा। इनमें 5 अधिकारी होंगे और 5 समाज के मौजिज लोग होंगे। गांवों के नंबरदार, सरपंच, ग्राम सचिव व पटवारी को भी इसमें शामिल किया जाएगा। शहर के वार्डों में पार्षदों के अलावा समाजसेवियों को मिशन का हिस्सा बनाया जाएगा। सीएम ने कहा कि मिशन शुरू करने के पीछे सबसे बड़ा मकसद यह पता लगाना है कि प्रदेश में कुल कितने युवा नशे के आदी हैं। इन सभी का डाटा बनेगा।