जीएसटी रिफार्म पर प्रदेश स्तरीय समिति गठित
राज्यसभा सांसद किरण चौधरी को चेहरा बनाकर महिला नेतृत्व को आगे किया गया है। यमुनानगर विधायक घनश्यामदास अरोड़ा की एंट्री से व्यापारी वर्ग तक संदेश देने की कोशिश हुई है। पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल और पूर्व मंत्री असीम गोयल के जरिए अनुभव और विश्वसनीयता काे संजोया गया है। पूर्व प्रदेश सचिव जवाहर सैनी और सीए सेल संयोजक नितिन बंसल को जगह देकर संगठन और प्रोफेशनल तबके को साधने का प्रयास हुआ है।
बड़ौली ने कहा कि समिति जल्द ही जिला स्तर तक सक्रिय होगी। व्यापारी सम्मेलन, कार्यशालाएं और जनसंवाद कार्यक्रम कर जनता को बताया जाएगा कि जीएसटी सुधारों से उनकी जेब पर बोझ कम हुआ है। भाजपा इसे इस तरह पेश करना चाहती है कि टैक्स पॉलिसी अब केवल बड़े उद्योगपतियों की नहीं, बल्कि छोटे दुकानदारों, किसानों और गरीब परिवारों की भी हितैषी है। भाजपा इस अभियान से विपक्ष का नैरेटिव काटना चाहती है। विपक्ष लगातार जीएसटी को बोझ बताकर जनता को नाराज करने की कोशिश करता रहा है। त्योहारों के समय जब बाजारों में रौनक बढ़ती है, तब टैक्स राहत का संदेश तेजी से आम लोगों तक पहुंच सकता है। भाजपा मान रही है कि अगर जनता को जीएसटी सुधारों का फायदा समझाया गया, तो कांग्रेस और अन्य दलों की आलोचना फीकी पड़ जाएगी।