राहुल के स्वागत को तैयार प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, दुल्हन की तरह सजाया
- जिलाध्यक्षों के गठन को लेकर पर्यवेक्षकों से करेंगे चर्चा, समझाएंगे उन्हें फार्मूला
- गुजरात फार्मूले पर भी दिग्गज नेताओं के साथ राहुल कर सकते मंथन
- जिलाध्यक्ष के साथ दो-दो कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की प्लानिंग
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 3 जून
हरियाणा कांग्रेस अपने नेता यानी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के स्वागत को तैयार है। चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है। तिरंगे रंग में कांग्रेस को रंगा जा चुका है। सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। बुधवार को राहुल गांधी लगभग साढ़े तीन घंटे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रुकेंगे। चूंकि राहुल गांधी को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है, इसलिए चंडीगढ़ पुलिस उनके दौरे को देखते हुए कांग्रेस मुख्यालय की सिक्योरिटी बढ़ा चुकी है।
चंडीगढ़ पुलिस की टीम ने मौका मुआयना भी किया। वहीं दूसरी ओर, राहुल गांधी की सिक्योरिटी के चलते केंद्रीय और खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट पर हैं। राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस के संगठन गठन को लेकर चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में दो बैठकें लेंगे। पहली बैठक में प्रदेश कांग्रेस के 17 वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी बातचीत होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में जिलाध्यक्षों के चयन को लेकर अपनाए जाने वाले फार्मूले पर ही मोटे तौर पर चर्चा होगी।
प्रदेश में गुजरात की तर्ज पर संगठन गठन किया जा सकता है। गुजरात में जिलाध्यक्ष के साथ दो कार्यकारी जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का फार्मूला अपनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के साथ बैठक के बाद राहुल गांधी केंद्रीय पर्यवेक्षकों व हरियाणा कांग्रेस द्वारा नियुक्त किए गए प्रदेश पर्यवेक्षकों की बैठक लेंगे। पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश के 22 जिलों के लिए विभिन्न राज्यों के 21 नेताओं को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाकर हरियाणा में भेजा है।
इसी तरह से हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से 69 प्रदेश पर्यवेक्षक और 8 सहायक पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं। केंद्रीय पर्यवेक्षकों के साथ तीन-तीन प्रदेश पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। ये सभी जिलों में जाकर पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। अहम बात यह है कि प्रदेश द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षकों में किसी भी सांसद और विधायक को जिम्मेदारी नहीं मिली है।
पूर्व सांसद, पूर्व विधायकों के अलावा लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ चुके नेताओं को यह जिम्मेदारी मिली है। बैठक में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद व दोनों सह-प्रभारी भाग लेंगे। माना जा रहा है कि ये नेता राहुल की दोनों ही बैठकों में शामिल रहेंगे। पर्यवेक्षकों की बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के शामिल होने की संभावना नहीं है। पर्यवेक्षकों के साथ राहुल सीधा संवाद करेंगे और उन्हें संगठन गठन का फार्मूला समझाएंगे।
गुटबाजी से राहुल आहत
माना जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी व नेताओं के बीच आपसी खींचतान से राहुल गांधी काफी आहत हैं। गुटबाजी की वजह से ही 2024 के विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस पॉजिटिव माहौल होने के बाद भी सत्ता से दूर हो गई। भाजपा की सरकार के खिलाफ एंटी-इन्कमबेंसी के बावजूद भाजपा 48 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब रही। वहीं कांग्रेस 37 सीटों पर सिमट गई। गुटबाजी का मामला राहुल तक पहले भी कई बार पहुंचा है। बताते हैं कि चंडीगढ़ में वरिष्ठ नेताओं की बैठक में राहुल गांधी गुटबाजी पर भी कड़ा नोटिस ले सकते हैं।
एक ही गेट से होगी एंट्री
चंडीगढ़ के सेक्टर-9बी स्थित कोठी नंबर-140 में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय बनाया हुआ है। कांग्रेस मुख्यालय में दो मुख्य द्वार हैं। राहुल के दौरे के दौरान एक गेट पूरी तरह से बंद रहेगा। दूसरे गेट से राहुल गांधी की एंट्री होगी। राहुल गांधी इसी गेट से मुख्यालय में प्रवेश करेंगे और मीटिंग हॉल में जाएंगे। यह रास्ता पूरी तरह से खाली रहेगा ताकि किसी तरह की रुकावट ना आए। बताते हैं कि सुरक्षा के दृष्टिगत ही यह निर्णय लिया है।
सजाया गया कांग्रेस मुख्यालय
राहुल गांधी के स्वागत के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय को दुल्हन की तरह सजाया गया है। मुख्य गेट की एंट्री से लेकर मीटिंग हॉल तक के रास्ते को तिरंगे रंग में रंगा गया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से उन नेताओं के नाम की लिस्ट भी तैयार की जा चुकी है, जो राहुल गांधी को रिसीव करने के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। इसी तरह से प्रदेश मुख्यालय में राहुल का स्वागत करने वालों के नाम की लिस्ट भी बनाई जा चुकी है। ये सूचियां सिक्योरिटी के पास जाएंगी ताकि उन्हीं लोगों को राहुल से मिलने का मौका मिल सके, जिनके नाम लिस्ट में शामिल हैं।
गांधी परिवार की पहली एंट्री
पहली नवंबर, 1966 को पंजाब से अलग होने के बाद पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आए हरियाणा के अब तक के इतिहास में यह पहला मौका है जब गांधी परिवार का कोई सदस्य प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीटिंग लेने आ रहा है। हालांकि सोनिया गांधी व राहुल गांधी पूर्व में भी चंडीगढ़ व पंचकूला में कांग्रेस विधायकों व वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं। लेकिन पार्टी कार्यालय में आने वाले गांधी परिवार के राहुल गांधी पहले नेता होंगे। हालांकि यह मीटिंग भी कार्यालय से बाहर रखने की कोशिशें हुई, लेकिन राहुल गांधी पार्टी मुख्यालय में ही मीटिंग करने के इच्छुक थे। इसीलिए यह मीटिंग सेक्टर-9 में रखी गई।
115 नेताओं से साढ़े 3 घंटे चर्चा
अपने करीब साढ़े तीन घंटे के चंडीगढ़ प्रवास के दौरान राहुल गांधी कुल 115 नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक दो चरणों में होगी। पहले चरण में वे प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इनमें प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव, महेंद्र प्रताप सिंह, फूलचंद मुलाना, बलबीर पाल शाह, महेंद्र प्रताप सिंह आदि प्रमुख हैं। इसके बाद वे 21 केंद्रीय पर्यवेक्षकों तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त किए गए 77 राज्य के पर्यवेक्षकों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद राहुल गांधी चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सीधे नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।